बरेली हिंसा पर CM Yogi बोले- मौलाना भूल गया था यूपी में किसकी सरकार है !  ऐसा सबक सिखाएंगे कि पीढ़ियां याद रखेंगी

खबर सार :-
CM Yogi bareilly bawal: विकसित यूपी विज़न 2047 (up vision 2047) कार्यक्रम में, सीएम योगी ने बरेली हिंसा पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि मौलाना भूल गए हैं कि यूपी में सत्ता किसके हाथ में है। उन्हें उसी भाषा में समझाया गया जो वे समझते थे। हमने स्पष्ट रूप से कहा है कि शहर में कोई चक्का जाम या कर्फ्यू नहीं होगा।

बरेली हिंसा पर CM Yogi बोले- मौलाना भूल गया था यूपी में किसकी सरकार है !  ऐसा सबक सिखाएंगे कि पीढ़ियां याद रखेंगी
खबर विस्तार : -

Bareilly Violence: यूपी के बरेली में शुक्रवार को I Love Muhammad को लेकर हुई हिंसा के बाद योगी सरकार एक्शन मोड में आ गई है। इस सिलसिले में शनिवार को इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा समेत 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल, मौलाना तौकीर रजा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

सीएम ने अशांति फैलाने वालों को दी कड़ी चेतावनी 

इससे पहले राजधानी लखनऊ के होटल ताज में शनिवार को 'विकसित उत्तर प्रदेश विजन 2047' थीम पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( CM Yogi) भी शामिल हुए। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के विकास और राज्य के भविष्य के विकास लक्ष्यों पर चर्चा हुई। अपने संबोधन में सीएम योगी ने राज्य में कानून-व्यवस्था से लेकर एक्सप्रेसवे, मेट्रो और अन्य विकास परियोजनाओं तक के मुद्दों पर बात की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में अशांति फैलाने वालों को कड़ी चेतावनी दी।

मौलाना भूल गया था यूपी में किसकी सत्ता है

CM Yogi ने कहा कि शुक्रवार को बरेली में एक मौलाना भूल गए कि राज्य में सत्ता किसकी है। उसने सोचा था कि वो अपनी मर्ज़ी से क़ानून-व्यवस्था बिगाड़ सकता है, लेकिन हमने साफ कर दिया था कि कोई नाकाबंदी या कर्फ्यू नहीं होगा। हालांकि, हमने जो सबक सिखाया है, उससे आने वाली पीढ़ियां दंगे करने से पहले दो बार सोचेंगी। कानून-व्यवस्था बिगाड़ने का ये कैसा तरीका है? 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में यही आम बात थी, लेकिन 2017 के बाद से हमने कर्फ्यू तक नहीं लगने दिया। यूपी के विकास की कहानी यहीं से शुरू होती है।"

ऐसे लोगों के लिए बनाया बुलडोजर 

उन्होंने कहा कि पहले दंगाइयों को मुख्यमंत्री आवास पर बुलाकर सम्मानित किया जाता था। दंगाइयों का खूब मनोरंजन किया जाता था और सरकार पेशेवर अपराधियों और माफियाओं को सलाम ठोकती थी। सत्ता में बैठे लोग अपने कुत्तों से हाथ मिलाते थे। आपने ऐसे कई दृश्य देखे होंगे। पिछली सरकारों ने हर जिले में एक माफिया नियुक्त कर दिया था। माफिया को जिले पर नियंत्रण की खुली छूट थी। चाचा-भतीजे रंगदारी वसूलने निकल पड़ते थे। रंगदारी मांगने वाले गिरोह सक्रिय थे। उनके एजेंट तबादलों और पोस्टिंग के लिए बोली लगाते थे। हमने उनकी अनैतिक और अवैध गतिविधियों पर प्रहार किया है। उनके अनुयायी चिल्लाते नजर आते हैं।

सीएम योगी ( CM Yogi) ने कहा कि वे जाति और धर्म के नाम पर समाज को बांटते हैं। मैंने ऐसे लोगों के लिए बुलडोजर बनाया है। पिछली सरकारें "एक ज़िला, एक माफिया" बनाती थीं। हम "एक ज़िला, एक मेडिकल कॉलेज" और "एक जिला, एक उत्पाद" बना रहे हैं। 15 लाख करोड़ का निवेश लागू किया गया है। हम नवंबर में 5 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करने जा रहे हैं।

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