परिवहन विभाग में 10 लाख से अधिक लर्निंग लाइसेंस आवेदनों का प्रभावी निस्तारण, लखनऊ, कानपुर जनपद सबसे आगे

खबर सार :-
उप्र परिवहन विभाग ने लर्निंग लाइसेंस की फेसलेश व्यवस्था लागू की है। इस व्यवस्था से आवेदक घर बैठे लर्नर लाइसेंस के आवेदन, एग्जाम की प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं। लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदकों को कार्यालय आने की जरूरत नहीं है। आरटीओ कार्यालयों में फैले भ्रष्टाचार को कम करने की दिशा में यह कदम महत्वपूर्ण साबित हो रहा है।

परिवहन विभाग में 10 लाख से अधिक लर्निंग लाइसेंस आवेदनों का प्रभावी निस्तारण, लखनऊ, कानपुर जनपद सबसे आगे
खबर विस्तार : -

लखनऊ : यूपी ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट आवेदनों की पेंडेंसी खत्म करने की दिशा में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। परिवहन विभाग मुख्यालय स्तर से वाहन और ड्राइविंग लाइसेंस की मॉनीटरिंग का असर दिखाई पड़ने लगा है। इस वर्ष एक जनवरी से 10 जून के बीच नए लर्निंग लाइसेंस आवेदनों की समीक्षा मुख्यालय स्तर से की गई है। इस दौरान प्रदेश भर के 77 क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों से लर्नर लाइसेंस के कुल 10,14,239 आवेदन प्राप्त हुए। कुल प्राप्त हुए आवेदनों में से 10,11,961 आवेदनों का सफलतापूर्वक निस्तारण किया गया।

मौजूदा समय में सिर्फ 2,278 आवेदन यानि 0.22 प्रतिशत आवेदनों का ही निस्तारण लंबित है। लर्निंग लाइसेंस के आवेदन के निस्तारण के मामले में लखनऊ और कानपुर जनपद ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। इन दोनों जनपदों में लर्निंग लाइसेंस के एक भी आवेदन लंबित नहीं हैं। इसके अलावा कई अन्य जनपदों ने भी लर्निंग लाइसेंस के आवेदनों के निस्तारण में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।

वहीं, जिन जनपदों ने लर्नर लाइसेंस आवेदन के निस्तारण में लचर प्रदर्शन किया है, उन्हें परिवहन आयुक्त की ओर से चेतावनी जारी की गई है। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की समीक्षा में पाया गया कि लर्नर लाइसेंस के आवेदनों के निस्तारण में कई जिले अव्वल रहे हैं। संभागीय परिवहन कार्यालय लखनऊ की बात की जाए तो इस अवधि में कुल 24,364 लर्निंग लाइसेंस के आवेदन आए और सभी आवेदनों का निस्तारण कर दिया गया।

ट्रांसगोमती विस्तार पटल कार्यालय देवा रोड में इस अवधि में कुल 9,251 लर्नर लाइसेंस के आवेदन आए और सभी आवेदनों का निस्तारण समय पर कर दिया गया। लखनऊ आरटीओ व ट्रांसगोमती विस्तार पटल कार्यालय देवा रोड में लंबित लर्नर लाइसेंस का आंकड़ा जीरो है। वहीं, कानुपर नगर आरटीओ में आए कुल 24,644 लर्निंग लाइसेंस के आवेदनों में से सभी का निस्तारण कर दिया गया है। यहां पर भी लंबित आवेदनों का आंकड़ा जीरो है। ट्रांसपोर्ट कमिश्नर बीएन सिंह ने बताया कि विभाग की पेपरलेस, फेसलेस, कैशलेस नीति के प्रभावी क्रियान्वयन से लंबित आवेदन दर कम हुई है। 

पांच जनपदों में लंबित आवेदन शून्य 

मथुरा जनपद में इस अवधि में आए लर्नर लाइसेंस के कुल 18,302 आवेदनों का पूरा निरस्तारण किया गया है। इसके अतिरिक्त फर्रूखाबाद, बांदा, झांसी और कन्नौज जनपदों में आए कुल लर्निंग लाइसेंस के आवेदनों का शत प्रतिशत निस्तारण किया गया। इसके अलावा कुछ अन्य जनपद आवेदनों के निस्तारण के मामले में अभी भी पीछे रह गए हैं। प्रतापगढ़ जनपद में लर्नर लाइसेंस के 298 आवेदन लंबित हैं। इसी प्रकार फतेहपुर में 130, गाजीपुर में 185 लर्नर लाइसेंस के आवेदन लंबित हैं। परिवहन विभाग ने इन जनपदों में लर्नर लाइसेंस आवेदनों के निस्तारण के लिए सुधारात्मक कार्रवाई के तहत विशेष निगरानी और साप्ताहिक समीक्षा प्रणाली लागू की है। 

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