गांवों में चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें, मुख्यालय से जुड़ेंगे गांव-परिवहन मंत्री

खबर सार :-
परिवहन निगम यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए लगातार प्रयासरत है। गांव-गांव तक बसें चलाने की योजना पर काम किया जा रहा है। यूपी रोडवेज के बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया जा रहा है। गांव में भी इलेक्ट्रिक बसों को चलाने की तैयारी है। ई-बसों के संचालन से प्रदूषण में कमी आएगी।

गांवों में चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें, मुख्यालय से जुड़ेंगे गांव-परिवहन मंत्री
खबर विस्तार : -

लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के 53वें स्थापना दिवस समारोह का आयोजन इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के मार्श ऑडिटोरियम में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने दीप जलाकर किया। इस मौके पर परिवहन मंत्री ने कहा कि 15 मई 1947 को पहली बार परिवहन निगम की बस लखनऊ से बाराबंकी के लिए चलाई गई थी। परिवहन निगम प्रदेश के लोगों को बेहतर यात्रा सुविधा दे रहा है। सभी परिवहन निगमों में यूपीएसआरटीसी बेहतर है। इसका श्रेय सभी कार्मिकों, चालकों-परिचालकों को जाता है।

परिवहन निगम आज लाभ की स्थिति में है। जिसका परिणाम है कि 1165 मृतक आश्रितों को नौकरी देने की प्रक्रिया जारी है। परिवहन निगम में बेहतर संचालन की वजह से बसों की औसत आयु भी बढ़ी है। निगम में बीते समय में नियुक्तियां भी हुई हैं। लोक सेवा आयोग को एआरएम समेत अन्य पदों की भर्तियों के लिए अधियाचन भेजा जा चुका है। आगामी दिनों में परिवहन निगम में कर्मचारियों की कमी दूर हो जाएगी। पीपीपी मॉडल पर बस अड्डों व डिपो को देने से निगम को बेहतर आय प्राप्त होगी।

निगम अपने असेट्स को संरक्षण दे रहा है। इससे परिवहन निगम को राजस्व मिल सकेगा। परिवहन मंत्री ने कहा कि गांव को मुख्यालय से जोड़ने की योजना पर परिवहन निगम तेजी से कार्य कर रहा है। इसके लिए 32 व 25 सीटर बसों को बेड़े में शामिल करने की योजना है।  भविष्य में बनने वाले डिपो में चालकों-परिचालकों के ठहरने की व्यवस्था होगी। ताकि वे आराम कर सकें। इससे दुर्घटनाओं में भी कमी जाएगी। निगम बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों को बढ़ाने के लिए बजट में प्रावधान किया गया है। आने वाले दिनों में इलेक्ट्रिक बस बेड़े को बढ़ाया जाएगा। अभी तक 15 बड़े शहरों में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जा रहा है।

आगामी दिनों में गांव तक में भी इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की योजना है। इस मौके पर प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने कहा कि आज बहुत महत्वपूर्ण दिन है। हम अपना 53वां स्थापना दिवस मना रहे हैं। कोरोना काल में परिवहन निगम संकट का साथी बनकर सामने आया। चालकों-परिचालकों ने विपरीत परिस्थितियों में देश की सेवा की। महाकुंभ 2025 में भी श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा प्रदान की गई। एमडी ने कहा कि 90 प्रतिशत बसों में वीएलटीडी डिवाइस लगाई गई है। पीपीपी मॉडल पर बस अड्डों के निर्माण के साथ अपने संसाधनों से भी बस अड्डों को सुधारा जा रहा है। इस मौके पर प्रमुख सचिव परिवहन अमित गुप्ता, अपर प्रबंध निदेशक राम सिंह वर्मा, वित्त नियंत्रक अजय जौहरी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। 

बेहतर प्रदर्शन करने वाले हुए सम्मानित 

स्थापना दिवस समारोह में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रीय प्रबंधकों, सेवा प्रबंधकों, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों और निगम कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के ऐसे चालक-परिचालकों को सम्मानित किया गया जिन्होंने आय और बेहतर डीजल औसत प्राप्त किया। इन सभी को सिल्वर कॉइन व प्रशस्ति पत्र देकर परिवहन मंत्री ने सम्मानित किया।

इस मौके पर कुल 406 अधिकारियों, कर्मचारियों, चालकों-परिचालकों को सम्मानित किया गया। इसमें परिवहन निगम के परिवार के ऐसे सदस्यों (पत्नी, पुत्र, पुत्री) को भी सम्मानित किया गया, जो विभिन्न परीक्षाओं में चयनित हुए हैं। उनको मेडल देकर सम्मानित किया गया। सेवानिवृत्त प्रधान प्रबंधक अजीत सिंह को उनके बेदाग सेवाकाल के लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 
 

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