डग्गामारी करते पकड़ा गया प्राइवेट वाहन तो वसूला जाएगा कॉमर्शियल टैक्स

खबर सार :-
सवारी ढ़ोते पाए जाने वाले निजी वाहनों से परिवहन विभाग कॉमर्शियल टैक्स वसूलेगा। निजी वाहनों को प्राइवेट से कॉमर्शियल में कन्वर्ट कराना होगा। परिवहन आयुक्त के निर्देश के बाद राजधानी में 38 निजी वाहनों को सवारी ढ़ोते पकड़ा गया है। परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम ने जून माह में ही अब तक 1474 निजी गाड़ियां पकड़ी हैं।

डग्गामारी करते पकड़ा गया प्राइवेट वाहन तो वसूला जाएगा कॉमर्शियल टैक्स
खबर विस्तार : -

लखनऊ : अब गाड़ी मालिकों को निजी वाहनों का कॉमर्शियल उपयोग भारी पड़ेगा। निजी वाहन स्वामियों को सवारी ढ़ोना महंगा पड़ेगा। ऐसे वाहनों के खिलाफ परिवहन विभाग ने कड़ा रूख अख्तियार किया है। सवारी ढ़ोते पाए जाने वाले निजी वाहनों से परिवहन विभाग कॉमर्शियल टैक्स वसूलेगा। साथ ही निजी वाहनों को प्राइवेट से कॉमर्शियल में कन्वर्ट कराना होगा।

ट्रांसपोर्ट कमिश्नर बीएन सिंह के डग्गामार वाहनों के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश के क्रम में यह कार्रवाई की जा रही है। परिवहन आयुक्त के निर्देश के बाद राजधानी में 38 निजी वाहनों को सवारी ढ़ोते पकड़ा गया है। इनमें से दो निजी वाहनों को कॉमर्शियल में कन्वर्ट भी कराया गया। अन्य वाहनों के कॉमर्शिलय में कन्वर्ट करने की प्रक्रिया जारी है। इससे पहले निजी वाहनों को सवारी ढ़ोते पकड़े जाने पर वाहन स्वामियों से जुर्माना वसूला जाता था और आगे ऐसा न करने का माफीनामा लेकर छोड़ दिया जाता था।

हालांकि अब ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने इस ढ़ील को समाप्त कर दिया है। निजी वाहन अब सवारी ढ़ोते पकड़े गए तो वाहन खरीदने की तारीख से अब तक का कॉमर्शियल वाहन का टैक्स वसूला जाएगा। इसके साथ ही निजी वाहन को कॉमर्शियल में भी कन्वर्ट कराना अनिवार्य किया गया है। राज्य में निजी वाहनों का बड़े पैमाने पर कॉमर्शियल उपयोग हो रहा है। इसकी शिकायतें भी लगातार उच्चाधिकारियों तक पहुंचती रहती हैं। हालांकि, निजी वाहनों के खिलाफ इस स्तर की कार्रवाई अभी तक नहीं की गई थी। परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम ने जून माह में ही अब तक 1474 निजी गाड़ियां पकड़ी हैं। इनमें करीब 90 निजी गाड़ियों का कन्वर्जन कॉमर्शियल में कराया जा चुका है। 

15 वर्ष पुराने वाहनों के पंजीयन निरस्त में आ रही समस्या  

राजधानी में 15 वर्ष पुराने वाहनों के पंजीयन निरस्त में समस्या आ रही है। इस समस्या को लेकर लखनऊ आटो ओनर्स-चालक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने परिवहन आयुक्त से मुलाकात की। इस दौरान ऑटो स्वामियों को आ रही समस्याओं से परिवहन आयुक्त को अवगत कराया और ज्ञापन भी सौंपा।

एसोसिएशन अध्यक्ष किशोर पहलवान ने बताया कि 15 वर्ष की आयु पूरी कर चुके वाहनों का पंजीयन निरस्त नहीं हो पा रहा है। पंजीयन निरस्त करने में वाहन साफ्टवेयर पर पॉल्यूशन सर्टिफिकेट और बैंक की एनओसी मांगी जा रही है। इसके चलते करीब एक महीने से पंजीयन निरस्त का काम पेंडिंग पड़ा हुआ है। इस समस्या को लेकर ट्रांसपोर्ट कमिश्नर बीएन सिंह ने एनआईसी के अफसरों से पंजीयन निरस्त होने में आ रही समस्याओं को जल्द दूर करने का निर्देश दिया। 
 

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