ट्रांसजेंडर्स को आत्मनिर्भर बनाएगी योगी सरकार, सीएम युवा अभियान से जाएंगे जोड़े

खबर सार :-
प्रदेश की योगी सरकार ट्रांसजेंडरों की दशा सुधारने के लिए अहम कदम उठाने जा रही है। सीएम योगी की इस पहल से ट्रांसजेंडर आत्मनिर्भर बनेंगे। उनके कौशल के अनुसार उन्हें प्रशिक्षण दिलाकर आर्थिक संबल प्रदान किया जाएगा। स्वरोजगार के लिए बैंक से लोन भी दिलवाने की व्यवस्था बनाई गई है।

ट्रांसजेंडर्स को आत्मनिर्भर बनाएगी योगी सरकार, सीएम युवा अभियान से जाएंगे जोड़े
खबर विस्तार : -

लखनऊ : सूबे की योगी सरकार ट्रांसजेंडर समुदाय को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में क्रांतिकारी कदम उठाने जा रही है। ट्रांसजेंडर्स को सीएम युवा अभियान से जोड़ा जाएगा। इसके तहत उन्हें कौशल के आधार पर प्रशिक्षण और ऋण सहायता भी दी जाएगी। इस पहल से ट्रांसजेंडर समुदाय न सिर्फ आर्थिक रूप से मजबूत होगा, बल्कि समाज की मुख्यधारा से जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा। योगी सरकार की मंशा है कि समाज में लंबे समय से उपेक्षित रहे ट्रांसजेंडर समुदाय को गरिमा के साथ जीवन जीने का अवसर, सम्मान और अधिकार देने के साथ आत्मनिर्भर भी बनाया जाए।

सरकार की इस पहल को आगे बढ़ाते हुए कल्याण मंत्री असीम अरुण ने प्रदेश के सभी जिलों में किन्नरों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। इसके तहत प्रत्येक जिले में कम से कम दो ट्रांसजेंडर्स को रोजगार दिलाने का लक्ष्य तय किया गया है। ताकि यह प्रयास जन आंदोलन के रूप में आगे बढ़ सके। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी की महत्वाकांक्षी सीएम युवा योजना प्रदेश के नवयुवाओं को रोजगार और व्यवसाय से जोड़ने में मील का पत्थर साबित हो रही है।

बड़ी संख्या में युवा योगी सरकार के इस अभियान का लाभ उठाकर न सिर्फ खुद का व्यवसाय स्थापित कर रहे हैं बल्कि दूसरों के लिए रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करा रहे हैं। योगी सरकार द्वारा सुनिश्चित किया जा रहा है कि ट्रांसजेंडर समुदाय को राशन कार्ड, आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना और पेंशन जैसी सुविधाओं का लाभ सीधे मिले। इसके लिए अलग से जनगणना कराए जाने की भी तैयारी है। ताकि योजनाओं का सीधे लाभ पहुंचाने में कोई बाधा न आए। साथ ही विभिन्न विभागों को विशेष जागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए गए हैं। योगी सरकार की इस पहल से ट्रांसजेंडर समुदाय को न केवल गरिमा और आत्मविश्वास मिलेगा, बल्कि प्रदेश को सामाजिक समरसता के नए मॉडल के रूप में प्रस्तुत करने में मदद मिलेगी। यह प्रयास उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो वर्षों से हाशिये पर रहकर समाज की ओर टकटकी लगाए बैठे थे। 

गरिमा गृह से खुलेंगे सशक्तिकरण के द्वार 

गोरखपुर में संचालित ‘गरिमा गृह’ इस दिशा में एक मिसाल बनकर उभरा है। यहां रह रहे ट्रांसजेंडर्स को शिक्षा, प्रशिक्षण और रोज़गार दिलाकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है। समाज कल्याण विभाग का यह केंद्र ट्रांसजेंडर के लिए सुरक्षित आश्रय स्थल बनने के साथ आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन रहा है। यहां पर अब तक आठ ट्रांसजेंडर्स को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित कर रोजगार उपलब्ध कराए गए हैं। 

‘गरिमा गृह’ को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में भी कदम उठाए जा रहे हैं। यहां सीसीटीवी निगरानी, बायोेमैट्रिक और फेस अटेंडेंस जैसी आधुनिक व्यवस्थाएं की जाएंगी। जिससे संचालन पारदर्शी व सुरक्षित बना रहे। सीएम युवा योजना के तहत बैंक ऋण की सुविधा देकर ट्रांसजेंडर्स को स्टार्टअप और स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। 

ट्रांसजेंडर कल्याण का मॉडल बनेगा यूपी 

यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी गत दिनों प्रदेश में 100 किन्नर कल्याण केंद्र बनाने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिए थे। इन केंद्रों के जरिए इस समुदाय को शिक्षा, प्रशिक्षण और रोजगार से जोड़ा जाए। इन केंद्रों के माध्यम से यूपी ट्रांसजेंडर कल्याण के मॉडल के रूप में उभरेगा। योगी सरकार इन केंद्रों के माध्यम से ट्रांसजेंडर्स को शिक्षा, डिजिटल साक्षरता, कुकिंग, सिलाई, कम्प्यूटर, सौंदर्यकला आदि जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षित कर स्वरोजगार से जोड़ने पर विचार कर रही है। योगी सरकार की मंशा है कि हाशिये पर खड़े लोगों को सामाजिक, आर्थिक और मानसिक संबल मिले, ताकि वे खुद को बोझ नहीं बल्कि समाज की शक्ति समझें। 


 

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