उदयपुरवाटी में बाबा खाटू श्याम दरबार का 18वां वार्षिक उत्सव धूमधाम से संपन्न

खबर सार :-
बाबा खाटू श्याम दरबार में वार्षिक उत्सव मनाया गया।  इस अवसर पर बाहर से आए कलाकारों का स्वागत संतोष कुमार शाह एवं शाह परिवार ने फूलमालाएं और दुपट्टा पहनाकर किया। इसके पश्चात शुरू हुई भजन संध्या, जिसमें देशभर से आए प्रसिद्ध भजन गायक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से माहौल भक्तिमय बना दिया।

उदयपुरवाटी में बाबा खाटू श्याम दरबार का 18वां वार्षिक उत्सव धूमधाम से संपन्न
खबर विस्तार : -

झुंझुनूं : उदयपुरवाटी कस्बे के वार्ड नंबर 24 स्थित बाबा खाटू श्याम दरबार में शनिवार को अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ श्री नीलकंठ महादेव, श्री श्याम बाबा एवं श्री हनुमान जी महाराज का 18वां वार्षिक उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर पूरे मंदिर परिसर को रंग-बिरंगी झालरों, विद्युत सजावट और सुगंधित फूलों से सजाया गया था। कोलकाता प्रवासी एवं उदयपुरवाटी निवासी संतोष कुमार शाह, अशोक कुमार शाह, मनोज कुमार शाह, कैलाश डडीदार और ताराचंद मित्तल ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

भजनों से गूंजा दरबार

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मंदिर का भव्य श्रृंगार रहा, जिसे विशेष रूप से बंगाल के कुशल कारीगरों द्वारा तैयार किया गया था। उन्होंने फूलों की मनमोहक सजावट से श्याम बाबा के दरबार को स्वर्ग जैसा रूप प्रदान किया।

भजन संध्या में यश मिश्रा, प्रियंका श्याम दीवानी और प्रकाश जांगिड़ ने एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया। साथ ही प्रतीक तिलकधारी ग्रुप द्वारा प्रस्तुत की गई मनमोहक झांकियां और सुंदर नृत्य प्रदर्शन ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। पूरा परिसर “श्याम तेरी बंसी ने मन हर लिया” जैसे भजनों की गूंज से झूम उठा।

शोभायात्रा में झूमे श्रद्धालु

रविवार को सुबह श्याम मंदिर से विशाल शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु झूमते-गाते हुए शामिल हुए। यह शोभायात्रा कस्बे के मुख्य मार्गों से होकर पुनः मंदिर परिसर में पहुंची, जहां इसका समापन हुआ। यात्रा के बाद बाबा श्याम के दरबार में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें दूर-दराज से आए हजारों भक्तों ने प्रसादी ग्रहण की।

भजन संध्या के दौरान कोलकाता प्रवासी और उदयपुरवाटी निवासी संतोष कुमार शाह, अशोक शाह, मनोज शाह, सरोज शाह, सुशील शाह, रामावतार शाह, कनक शाह, मोहित शाह, कैलाश डडीदार, सुभाष हलालका, ताराचंद मित्तल, कालूराम सैनी, सुमेर सिंह राव, राजेंद्र सिंह, संदीप सिंह राव सहित हजारों श्रद्धालु देर रात तक भजनों का आनंद लेते रहे।

यह वार्षिक उत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक रहा, बल्कि इसने समाज में एकता, भक्ति और सांस्कृतिक समरसता का संदेश भी दिया। बाबा श्याम के जयकारों से गूंजता यह आयोजन उदयपुरवाटी की धार्मिक परंपरा में एक अविस्मरणीय अध्याय बन गया।

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