तीन साल के बच्चे ने पानी समझ कर पी लिया तेजाब, दर्दनाक मौत

Summary : अगर ऐसा न किया जाता तो उनके बच्चे की जान बच जाती। मृतक बच्चे के पिता मोहम्मद सोहेल ने बताया कि वह 18 अप्रैल को काम की तलाश में पानीपत आया था। उसके दोस्त ने उसे यहां किराए पर मकान दिलवाया था।

पानीपत: पानीपत में तीन साल के बच्चे ने प्यास लगने पर पानी की बोतल की जगह टॉयलेट क्लीनर की बोतल पी ली। इससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे तुरंत निजी अस्पताल ले गए, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा दिया है। घटना रविवार की है। 

गलती से रखी गई तेजाब की बोतल

परिजनों का कहना है कि गलती से पानी की बोतल की जगह टॉयलेट क्लीनर की बोतल रख दी गई। अगर ऐसा न किया जाता तो उनके बच्चे की जान बच जाती। मृतक बच्चे के पिता मोहम्मद सोहेल ने बताया कि वह 18 अप्रैल को काम की तलाश में पानीपत आया था। उसके दोस्त ने उसे यहां किराए पर मकान दिलवाया था। सोहेल ने बताया कि रविवार को उसका छोटा बेटा सोहेब अन्य बच्चों के साथ आंगन में खेल रहा था। इसी दौरान उसे प्यास लगी। वह पानी पीने के लिए घर के अंदर गया तो उसने वहां रखी बोतल उठाई और उसे खोलकर पी लिया। 

खेलते समय अचानक बिगड़ी तबियत

इसके बाद वह अन्य बच्चों के साथ फिर खेलने चला गया। आंगन में खेलते समय मोहम्मद सोहेब की अचानक तबीयत खराब हो गई। उसे उल्टी हुई। उसके साथ खेल रहे बच्चों ने इसकी सूचना उसकी मां जुबेदा खातून को दी। सोहेब बेहोश पड़ा था। इसके बाद परिजन उसे तुरंत उठाकर निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया है। डॉक्टरों द्वारा दवा देने के बाद जब बच्चे की हालत में सुधार हुआ तो परिजन उसे घर ले आए।

अस्पताल जाते समय हुई मौत

कुछ देर बाद सोहेब की तबीयत फिर से बिगड़ने लगी। इस पर परिजन उसे दूसरे अस्पताल ले गए। रास्ते में ही सोहेब की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस उसके घर पहुंची। इस संबंध में सेक्टर 13-17 थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राकेश कुमार ने बताया कि परिजनों के बयानों के आधार पर इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई की गई है।

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