मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाने के विरोध में कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन

खबर सार :-
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) का नाम बदलने से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने प्रदर्शन करते हुए  कलेक्ट्रेट पर जमकर नारेबाजी की। सैकड़ों की संख्या में जुटे कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज कराया।

मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाने के विरोध में कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन
खबर विस्तार : -

सुल्तानपुरः केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा का नाम बदले जाने और योजना में किए गए बदलावों के विरोध में सोमवार को सुल्तानपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा के नेतृत्व व शहर अध्यक्ष शकील अंसारी की मौजूदगी में सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता पैदल मार्च और नारेबाजी करते हुए जिला कार्यालय से निकले। जुलूस लाल डिग्गी चौराहा, सुपर मार्केट, डाकखाना चौराहा, गंदा नाला, जिला चिकित्सालय के सामने से होते हुए बस स्टेशन, तिकोनिया पार्क, विकास भवन होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा।

कलेक्ट्रेट परिसर में जमकर नारेबाजी

 कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी कार्यालय के सामने कांग्रेसियों ने धरना देकर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा ज्ञापन लेने की कोशिश की गई, लेकिन कांग्रेसी जिलाधिकारी को ही ज्ञापन सौंपने की मांग पर अड़े रहे। घंटों चले प्रदर्शन और प्रशासन के समझाने-बुझाने के बाद कांग्रेसियों ने एडीएम वित्त एवं राजस्व राकेश प्रताप सिंह को राष्ट्रपति के नाम संबोधित तीन सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में मांग की गई कि केंद्र सरकार द्वारा बदले गए नाम को वापस लेकर योजना का नाम पुनः महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) किया जाए, योजना के बजट में की गई कटौती को बहाल किया जाए और मजदूरों को रोजगार व समय से भुगतान की गारंटी सुनिश्चित की जाए।

सैकड़ों की संख्या में मौजूद रहे कार्यकर्ता

इस मौके पर जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने कहा कि मनरेगा से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का नाम हटाना उनके सम्मान पर सीधा आघात है, जिसे कांग्रेस किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में इसी योजना ने देश के करोड़ों गरीबों को भुखमरी से बचाया, बावजूद इसके सरकार द्वारा नाम बदलने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि यदि नाम बहाल नहीं किया गया तो कांग्रेस व्यापक आंदोलन छेड़ेगी।

शहर अध्यक्ष शकील अंसारी ने कहा कि वर्ष 2005 से लागू मनरेगा आज ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूत रीढ़ बन चुकी है। यह योजना गरीबों, मजदूरों और आदिवासियों के लिए जीवनरेखा है। युवा कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष मानस तिवारी और वरिष्ठ नेता सलाउद्दीन हाशमी ने कहा कि भगवान राम आस्था के प्रतीक हैं, लेकिन उनके नाम पर महात्मा गांधी के योगदान को मिटाना स्वीकार्य नहीं है। प्रदर्शन में वरिष्ठ नेता जफर खान, फिरोज अहमद सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता शामिल रहे। 

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