Fertilizer crisis: सरकारी गोदाम पर खाद की कमी के चलते किसान बेहाल

खबर सार :-
सुल्तानपुर ज़िले के साथ-साथ पूरे प्रदेश में खाद की किल्लत से किसान बेहाल हैं। भारी बारिश के बीच सहकारी समिति के गोदामों पर किसानों की लंबी कतारें लगी हैं। किसानों को अपनी फसल बचाने के लिए बस एक ही आस है कि किसी तरह उन्हें खाद मिल जाए। वहीं सचिव ने किसानों को आश्वासन दिया कि जल्द ही खाद की बोरियां आ जाएंगी जिससे उन्हें राहत मिलेगी।

Fertilizer crisis: सरकारी गोदाम पर खाद की कमी के चलते किसान बेहाल
खबर विस्तार : -

Fertilizer crisis: बल्दीराय तहसील क्षेत्र के बंधवा महमूदपुर सहकारी समिति के गोदाम पर किसानों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। हर साल की तरह इस बार भी धान की फसल के लिए खाद की माँग बढ़ गई है। किसानों का कहना है कि समय पर खाद न मिलने से फसल प्रभावित हो रही है। गोदाम के बाहर किसानों की भीड़ जमा है और सभी अपनी बारी का इंतज़ार कर रहे हैं। कुछ किसान तो बारिश में भी सुबह से ही लाइन में खड़े हैं।

गोदाम पर सिर्फ़ 300 बोरी खाद ही पहुँची। पिछले कुछ समय से खाद की कमी से किसानों में तनाव बढ़ गया था। सहकारी गोदामों पर मारपीट की घटनाएँ भी हुईं। खाद की आपूर्ति कम होने पर किसानों में हड़कंप मच गया। कुछ किसानों ने गोदामों पर हमला बोल दिया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। किसानों का कहना था कि खाद के बिना फसलें प्रभावित होंगी। वहीं गोदाम प्रबंधन का कहना था कि आपूर्ति व्यवस्था में दिक्कतें आ रही हैं।

इस पूरे हालात ने दिखा दिया कि खाद की उपलब्धता कितनी ज़रूरी है। इसे देखते हुए किसानों ने कतार में लगकर स्थानीय पुलिस की निगरानी में खाद ली। सचिव ने कहा कि अगले दो दिनों में और उर्वरक आ जाएगा, जिससे किसानों को राहत मिलेगी। किसानों का कहना है कि उर्वरकों की कमी के कारण फसलें प्रभावित हो रही थीं। अब उर्वरकों की उपलब्धता से उनकी उम्मीदें बढ़ गई हैं।

सचिव ने आश्वासन दिया कि किसानों की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए जल्द ही और उर्वरकों की व्यवस्था की जाएगी। यह कदम किसानों के लिए एक सकारात्मक बदलाव साबित हो सकता है। किसानों की मेहनत और सरकार की पहल मिलकर कृषि क्षेत्र में नई जान फूंक सकती है। किसानों की मेहनत और फसल की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए यह ज़रूरी है।

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