विवादित टिप्पणी के बाद बिरसिंहपुर के सीएमएस डॉ. भास्कर निलंबित, जांच के आदेश

खबर सार :-
बिरसिंहपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमएस) डॉ. भास्कर प्रसाद को विवादित टिप्पणी के मामले में निलंबित कर दिया गया है। इतना ही नहीं उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। निलंबन आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि डॉ. भास्कर ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और राज्य सरकार के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की। साथ ही अस्पताल में भर्ती मरीजों को बाहर से दवा लिखने का आरोप भी उन पर लगा है।

विवादित टिप्पणी के बाद बिरसिंहपुर के सीएमएस डॉ. भास्कर निलंबित, जांच के आदेश
खबर विस्तार : -

सुल्तानपुर: सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने बिरसिंहपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमएस) डॉ. भास्कर प्रसाद की छवि को हिलाकर रख दिया है। सरकार के खिलाफ उनके विवादास्पद बयान को गंभीर मानते हुए सरकार ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और विभागीय जाँच के आदेश दिए हैं।

क्या है विवादित बयान

घटना बिरसिंहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई, जहाँ अस्पताल की बदहाली से नाराज़ कुछ स्थानीय निवासी सीएमओ और सीएमएस की प्रतीकात्मक शवयात्रा निकालने की तैयारी कर रहे थे। मौके पर पहुँचे सीएमएस डॉ. भास्कर प्रसाद बोले कि हमारी अर्थी काहे निकालिएगा, निकलना है तो सरकार की अर्थी निकालिए। अर्थी निकालना है तो सरकार की निकालो, योगी की निकालिए। सीएमएस और सीएमओ की क्यों। 

यह बयान कैमरे में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो वायरल होते ही सरकार हरकत में आई और स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव, आईएएस अमित कुमार घोष ने डॉ. भास्कर प्रसाद को निलंबित कर विभागीय जाँच के आदेश दे दिए।

निलंबन के आदेश जारी

सूत्रों के अनुसार, जाँच पूरी होने तक डॉ. भास्कर को मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि सरकार ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई कर रही है और सरकारी अधिकारियों को आचार संहिता का पालन करने के निर्देश दे रही है।

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित कुमार घोष ने निलंबन आदेश जारी किया है। सीएमएस पर राज्य सरकार के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग और आपत्तिजनक टिप्पणी करने, अस्पताल के मरीजों को बाहरी दवाएं लिखने, अस्पताल के अपशिष्ट (बायोमेडिकल वेस्ट) के निपटान में मानकों का पालन न करने और कर्मचारी आचरण नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है। 

निलंबन अवधि के दौरान उन्हें अयोध्या मंडल के अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य कार्यालय से संबद्ध किया गया है। डॉ. भास्कर का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह कुछ लोगों से बात करते और सरकार व मुख्यमंत्री के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं। इसके बाद रविवार देर रात उन्हें निलंबित कर दिया गया।

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