आवारा पशुओं से किसान व राहगीर परेशान 66 गौशाला होने के बाद भी रोड पर नजर आ रहे आवारा पशु

खबर सार :-
उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत में छुट्टा पशुओं का आतंक बढ़ता जा रहा है। किसान और राहगीर दोनों ही इसके कारण परेशान हैं। गौशालाओं के बावजूद छुट्टा पशु नियंत्रित नहीं हो पा रहे हैं।

आवारा पशुओं से किसान व राहगीर परेशान 66 गौशाला होने के बाद भी रोड पर नजर आ रहे आवारा पशु
खबर विस्तार : -

पीलीभीत : उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत में छुट्टा पशुओं का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। किसान जहां दिन-रात अपनी मेहनत से खेतों में फसल उगाने में जुटे हैं, वहीं दूसरी ओर आवारा मवेशी उनकी मेहनत पर पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। किसानों की समस्याएं यहीं खत्म नहीं होतीं, सड़क पर चल रहे आम नागरिक भी इन छुट्टा पशुओं के कारण आए दिन दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। पीलीभीत जनपद में कुल 66 गौशालाएं बनाई गई हैं, लेकिन इन गौशालाओं के बावजूद छुट्टा पशुओं का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। गौशालाओं में सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध होने के बावजूद छुट्टा सांड और गायें खुलेआम सड़कों पर घूमते नजर आते हैं, जिससे ना केवल सड़क यातायात में रुकावट आ रही है, बल्कि हादसों का खतरा भी बढ़ रहा है। कई बार इन आवारा मवेशियों के कारण दुर्घटनाएं घट चुकी हैं, जिनमें कुछ किसानों की जान भी जा चुकी है।

यह स्थिति इस बात को साबित करती है कि पीलीभीत में छुट्टा पशुओं के आतंक पर नियंत्रण पाने के लिए जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि वे इस समस्या से निपटने के लिए लगातार अभियान चला रहे हैं, लेकिन इन अभियानों के बावजूद छुट्टा पशुओं की संख्या में कोई खास कमी नहीं आई है। किसानों और नागरिकों की शिकायतों के बावजूद, यह स्थिति जस की तस बनी हुई है, जिससे उनके जीवन और संपत्ति दोनों के लिए खतरा बना हुआ है। इस मुद्दे पर अगर शीघ्र प्रभावी कदम नहीं उठाए गए, तो इससे और भी गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।

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