औषधालय नेतेवाला में आरोग्य मित्र एवं सखियों को औषधीय पौधों की दी गई विस्तृत जानकारी

खबर सार :-
आयुष्मान आरोग्य ग्राम योजना के अंतर्गत इन सभी को क्षेत्र में पाए जाने वाले तथा आसपास उपलब्ध औषधीय पौधों के बारे में विस्तार से बताया गया, ताकि वे स्वयं स्वस्थ रहें और गांव के अन्य लोगों को भी प्राकृतिक चिकित्सा के प्रति जागरूक कर सकें।

औषधालय नेतेवाला में आरोग्य मित्र एवं सखियों को औषधीय पौधों की दी गई विस्तृत जानकारी
खबर विस्तार : -

श्री गंगानगरः राजस्थान सरकार द्वारा ग्राम पंचायत नेतेवाला को आयुष्मान आरोग्य ग्राम योजना के अंतर्गत चिन्हित किए जाने के बाद अब इस योजना पर पूरे उत्साह और व्यवस्थित रूप से कार्य शुरू हो गया है। इसी क्रम में औषधालय नेतेवाला में आरोग्य मित्र एवं आरोग्य सखियों के लिए एक विशेष जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें उन्हें औषधीय पौधों की पहचान, उपयोग और उनके गुण-धर्म की जानकारी दी गई। योजना के तहत राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, नेतेवाला के 44 आरोग्य मित्र एवं आरोग्य सखियों का चयन किया गया है।

औषधीय पौधों के बारे में दी जानकारी

इस अवसर पर औषधालय प्रभारी वैद्य विनोद कुमार शर्मा ने आरोग्य मित्रों और सखियों को तुलसी, नीम, गिलोय, सदाबहार, बिल्व, अंजीर, हारसिंगार, गुलाब, पत्थरचट्टा, अंगूर, अमलतास सहित अनेक औषधीय पौधों के औषधीय गुणों और उपयोग की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन पौधों का नियमित उपयोग अनेक सामान्य रोगों से बचाव में सहायक है और आयुर्वेदिक पद्धति से स्वस्थ जीवन जीने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वैद्य शर्मा ने सभी को अपने दैनिक जीवन और परिवार में इन पौधों के प्रयोग को अपनाने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम में प्रधानाचार्य प्रियंका यादव, श्रुतिका शर्मा, रामेश्वर सहारण, बलकरण सिंह, कमलेश वर्मा, आयुर्वेद विभाग के वरिष्ठ कंपाउंडर दयानंद शर्मा, प्रेम सिंह, बादल प्रकाश, जे.पी., श्योप्रकाश चौहान सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने योजना की सराहना करते हुए इसे गांव के लिए लाभकारी बताया।

कार्यक्रम के अंत में आरोग्य मंदिर नेतेवाला के वैद्य विनोद कुमार शर्मा ने गांव के युवाओं से अपील की कि वे आयुष्मान आरोग्य ग्राम योजना के बारे में औषधालय से अधिक जानकारी प्राप्त करें और इस योजना से जुड़कर गांव को आयुष्मान आरोग्य आदर्श ग्राम घोषित करवाने में अपना सक्रिय सहयोग प्रदान करें। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयास से ही गांव को स्वास्थ्य के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है।

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