Sonbhadra Mining Accident : ओबरा खदान हादसा: सात मजदूरों की मौत के बाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई, चार वांछित गिरफ्तार

खबर सार :-
Sonbhadra Mining Accident : सोनभद्र की बिल्ली–मारकुण्डी खदान में पहाड़ी धंसने से सात मजदूरों की मौत हो गई। प्रशासन ने तेज राहत अभियान चलाया और वैज्ञानिक जांच के आधार पर चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। पुलिस ने चेतावनी दी कि भविष्य में खनन कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

Sonbhadra Mining Accident : ओबरा खदान हादसा: सात मजदूरों की मौत के बाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई, चार वांछित गिरफ्तार
खबर विस्तार : -

सोनभद्र : ओबरा क्षेत्र में स्थित कृष्णा माइनिंग वर्क्स की बिल्ली–मारकुण्डी खदान में 15 नवंबर को हुआ भीषण हादसा पूरे जिले को गहरी दहशत और शोक में डुबो गया। अचानक पहाड़ी का विशाल हिस्सा ढह जाने से खदान में काम कर रहे मजदूर मौके पर ही मलबे में दब गए। देखते ही देखते स्थिति इतनी भयावह हो गई कि बचावकर्मियों तक को क्षणभर समझ नहीं आया कि शुरुआत कहाँ से करें। इस हादसे में सात मजदूरों की दर्दनाक मौत ने पूरे क्षेत्र में मातम छा दिया।

घटना की सूचना मिलते ही राहत और बचाव कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया। ओबरा पुलिस, फायर सर्विस, जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बिना देर किए मौके पर पहुँच गईं। घंटों चले कठिन ऑपरेशन के दौरान भारी मशीनों से मलबा हटाया गया और हर संभव कोशिश की गई कि कोई ज़िंदा व्यक्ति मलबे से सुरक्षित निकाला जा सके। प्रशासनिक टीमों की त्वरित प्रतिक्रिया और तालमेल ने स्थिति को बिगड़ने से बचाया।

हादसे की गंभीरता को देखते हुए ओबरा पुलिस ने जांच तेज कर दी। वैज्ञानिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने खनन कार्यों में लापरवाही और नियमों के उल्लंघन के आरोप में चार वांछित अभियुक्तों—अनिल कुमार झा, अजय कुमार, गौरव सिंह और चंद्र शेखर सिंह—को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें विधिक प्रक्रिया पूरी करते हुए न्यायालय में पेश कर दिया गया है।

पुलिस प्रशासन ने साफ चेतावनी दी है कि भविष्य में खनन गतिविधियों में किसी प्रकार की लापरवाही, अनियमितता या सुरक्षा नियमों का उल्लंघन सख्ती से निपटाया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि मजदूरों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कठोर कदम जारी रहेंगे।

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