विशेष यातायात जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन, 300 वाहनों का चालान

खबर सार :-
रोडवेज बस स्टैंड पर विशेष यातायात जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पैदल यात्रियों एवं वाहन चालकों को यातायात नियमों के महत्व से अवगत कराया गया तथा सड़क सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

विशेष यातायात जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन, 300 वाहनों का चालान
खबर विस्तार : -

शाहजहाँपुर: जिले में रोडवेज बस स्टैंड पर एक विशेष यातायात जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना, आमजन में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और एक सुरक्षित, अनुशासित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करना था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में राहगीरों, यात्रियों और वाहन चालकों ने भाग लिया। यातायात पुलिस अधिकारियों ने उपस्थित लोगों को सड़क सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी दी और नियमों के पालन की आवश्यकता पर बल दिया।

‘राहवीर’ के बारे में किया गया जागरूक

कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधिकारियों ने हेलमेट और सीट बेल्ट के अनिवार्य उपयोग, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन के प्रयोग से बचने, ओवरस्पीडिंग, ट्रिपल राइडिंग और स्टंट से परहेज करने की सलाह दी। इसके अलावा, नशे की हालत में वाहन न चलाने की सख्त चेतावनी दी गई। उपस्थित लोगों को यह भी बताया गया कि किसी सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करना न केवल मानवता का कार्य है, बल्कि इससे "राहवीर" बनकर समाज में एक सकारात्मक संदेश दिया जा सकता है।

नियमों का पालन करने वालों का सम्मान

जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत यातायात नियमों का पालन करने वाले नागरिकों को सम्मानित भी किया गया। उन्हें पुष्प भेंट कर प्रोत्साहित किया गया और उनके अनुशासित व्यवहार को समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताया गया। वहीं, यातायात नियमों की अवहेलना करने वालों को अनोखे ढंग से चेताया गया — पुलिस ने उन्हें केले देकर समझाया कि “यदि आप सावधान नहीं हुए तो दुर्घटना के बाद आपके अपने ही अस्पताल में केले लेकर आएँगे।” यह संदेश उपस्थित लोगों के बीच काफी प्रभावशाली और चर्चित रहा।

सीज किए गए ई-रिक्शा

कार्यक्रम के दौरान यातायात पुलिस ने सख्ती भी दिखाई। लगभग 300 वाहनों के चालान विभिन्न यातायात नियमों के उल्लंघन पर किए गए। इनमें बिना हेलमेट चलना, सीट बेल्ट न लगाना, गलत दिशा में वाहन चलाना और मोबाइल फोन का प्रयोग जैसी लापरवाहियां शामिल थीं। इसके साथ ही ई-रिक्शा पर विशेष अभियान चलाया गया, जिसके तहत 30 ई-रिक्शाओं का चालान किया गया और 2 ई-रिक्शाओं को सीज कर पुलिस लाइन में खड़ा किया गया।

सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने का प्रयास

यातायात प्रभारी अधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि सुरक्षित यातायात व्यवस्था के लिए नागरिकों का सहयोग आवश्यक है। नियम केवल दंड से नहीं, बल्कि समझ और अनुशासन से प्रभावी होते हैं। उन्होंने कहा कि यदि हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझे तो सड़क दुर्घटनाओं में भारी कमी लाई जा सकती है।

कार्यक्रम का समापन पुलिस अधिकारियों द्वारा इस संदेश के साथ किया गया कि सड़क सुरक्षा केवल कानून पालन का नहीं, बल्कि जीवन की सुरक्षा का विषय है। जागरूक नागरिक ही सुरक्षित समाज की नींव हैं, और सभी को यातायात नियमों का पालन कर अपने तथा दूसरों के जीवन की रक्षा करनी चाहिए।

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