मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ संवर्धन योजनाः ई-लॉटरी से हुआ लाभार्थियों का चयन

खबर सार :-
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ संवर्धन योजना के चयन के लिए, जिला मजिस्ट्रेट धर्मेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित बिस्मिल सभागार में ई-लॉटरी प्रणाली के माध्यम से लाभार्थियों के चयन की प्रक्रिया वीडियोग्राफी के साथ पूरी की गई।

मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ संवर्धन योजनाः ई-लॉटरी से हुआ लाभार्थियों का चयन
खबर विस्तार : -

शाहजहांपुरः गौ संवर्धन योजना के लाभार्थियों का चयन ई-लॉटरी के माध्यम से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है। यह चयन प्रक्रिया उत्तर प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ संवर्धन योजना के अंतर्गत आयोजित की गई थी, जिसमें जिला प्रशासन द्वारा पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ प्रक्रिया पूरी की गई। रविवार को शाहजहांपुर के कलक्ट्रेट स्थित बिस्मिल सभागार में इस प्रक्रिया का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने की।  

आवेदकों के सामने निकाली गई लॉटरी

इस ई-लॉटरी में कुल 16 महिलाओं और 19 पुरुष आवेदकों का नाम पात्रता के आधार पर आया था, जिनमें से 14 महिलाओं और 14 पुरुषों का चयन किया गया। चयन प्रक्रिया का संचालन पूरी पारदर्शिता के साथ किया गया और आवेदकों के सामने ही लॉटरी निकाली गई। उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी मुख्यालय ने इस कार्यवाही में सक्रिय सहयोग दिया, जिससे प्रक्रिया सहज और निष्पक्ष रूप से संपन्न हो सके।

कैसे किसानों को मिलता है लाभ  

इस योजना के अंतर्गत किसानों को प्रत्येक को ₹2,00,000 की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि वे आसानी से गाय पालन के लिए आवश्यक पशु खरीद सकें। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण व किसान वर्ग को स्वदेशी गौवंश का संरक्षण और संवर्धन के साथ-साथ आय का स्रोत बढ़ाने में मदद करना है।  

संबंधित अधिकारीगण, जैसे उपाध्यक्ष मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अपराजिता सिंह, जिला विकास अधिकारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी, उप दुग्ध शाला विकास अधिकारी, दुग्ध संघ के सामान्य प्रबंधक और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी भी इस चयन प्रक्रिया में उपस्थित रहे।  

यह चयन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष रही, और इससे यह स्पष्ट हुआ कि सरकार किसानों और पशुपालकों के हित में योजनाओं को लागू करने में तत्पर है। आगे भी इस तरह की योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण समुदाय का सशक्तिकरण जारी रहेगा।
 

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