संजय निषाद का भाजपा को अल्टीमेटमः अगर लाभ नहीं, तो गठबंधन तोड़ें

खबर सार :-
निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने बीजेपी को चेतावनी दी है कि अगर उन्हें निषाद पार्टी से फायदा नहीं दिखता तो गठबंधन तोड़ दे। उन्होंने बीजेपी के 'छोटे भाई' नेताओं की सहयोगी दलों पर टिप्पणियों की निंदा की और अपने समाज के लिए अनुसूचित जाति का दर्जा दिलाने के संघर्ष पर जोर दिया।

संजय निषाद का भाजपा को अल्टीमेटमः अगर लाभ नहीं, तो गठबंधन तोड़ें
खबर विस्तार : -

Sanjay Nishad : उत्तर प्रदेश की सियासत में सत्ता पक्ष के गठबंधन के साथी अक्सर एक-दूसरे के साथ असहज महसूस करते हैं। निषाद पार्टी के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री संजय निषाद का ताजा बयान इसकी पुष्टि कर रहा है। संजय निषाद ने भारतीय जनता पार्टी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बीजेपी को निषाद पार्टी से फायदा नहीं तो गठबंधन खत्म कर देना चाहिए।

निषाद की यह नाराजगी बीजेपी के उन छुटभैया नेताओं पर केंद्रित है, जो अन्य सहयोगी दलों, जैसे कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां कर रहे हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि बीजेपी को ऐसे नेताओं से सावधान रहना चाहिए जो समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) जैसे दलों से आए हैं।

सहयोगियों के प्रति सम्मान की मांग

संजय निषाद ने बीजेपी को याद दिलाया कि 2018 में सपा-बसपा के एक साथ आने पर भी बीजेपी की जीत में निषाद पार्टी की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। उनका कहना है कि उनकी पार्टी समाज को सही दिशा में ले जा रही है और इसका सीधा लाभ बीजेपी को मिल रहा है। निषाद ने यह भी कहा कि किसी भी पार्टी के नेता को घमंड में नहीं रहना चाहिए और सहयोगी दलों को भरोसे में लेकर ही आगे बढ़ना चाहिए।

निषाद समाज के लिए संघर्ष जारी

संजय निषाद ने अपने बयान में अपनी पार्टी के संघर्षों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने मछुआरों के अधिकारों के लिए अकेले ही लड़ाई शुरू की थी, जो अब एक देशव्यापी आंदोलन का रूप ले चुकी है। उनका मुख्य लक्ष्य निषाद समुदाय को अनुसूचित जाति का दर्जा दिलाना है, जिसके लिए वे 2013 से लगातार आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि शिल्पकारों को यह दर्जा मिल चुका है, लेकिन उनके समाज को अभी भी इसका इंतजार है। इस लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए वे जल्द ही बिहार का दौरा भी करेंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ संबंध

नाराज होते हुए भी संजय निषाद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति सम्मान दिखाया। उन्होंने कहा कि योगी उनके मार्गदर्शक हैं और वे भगवान राम तथा निषाद राज के वंशज हैं। यह बयान यह दर्शाता है कि उनकी नाराजगी बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से नहीं, बल्कि पार्टी के कुछ नेताओं से है।

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