Samastipur: समस्तीपुर में दर्दनाक हादसा, सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान पिता-पुत्र समेत 3 की मौत

खबर सार :-
Samastipur: बिहार के समस्तीपुर में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की मौत हो गई। यह घटना मंगलवार शाम लारझाघाट थाना क्षेत्र के सलहा बुजुर्ग गांव में हुई। बताया जा रहा है कि तीनों बिना किसी सुरक्षा उपकरण के टैंक में उतरे थे, जहां जहरीली गैस की चपेट में आने से वे बेहोश हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई।

Samastipur: समस्तीपुर में दर्दनाक हादसा, सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान पिता-पुत्र समेत 3 की मौत
खबर विस्तार : -

Samastipur: बिहार के समस्तीपुर जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। मृतकों में दो सगे भाई और एक का बेटा शामिल है। घटना बिथान प्रखंड के सलहा बुजुर्ग गाँव की है। घटना की सूचना मिलने पर लरझा घाट थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस हादसे के बाद गांव में मातम छाया हुआ है।

Samastipur: सेप्टिक टैंक के सफाई के दौरान हुआ हादसा

पीड़ित परिवार के अनुसार, राम उमेश साहू (42) अपने घर में बने पुराने शौचालय के टैंक (सेप्टिक टैंक) की सफाई करने उसमें उतरे थे। इस दौरान पुराने टैंक से नए टैंक में गैस और पानी का रिसाव हो रहा था। जब राम उमेश काफी देर तक बाहर नहीं आए, तो उनके छोटे भाई दया राम साहू (38) उन्हें देखने और बचाने के लिए उसी टैंक में उतरे। दुर्भाग्य से, अंदर जाते ही वह भी बेहोश हो गए।

जब उनके पिता और चाचा बाहर नहीं आए, तो दया राम साहू का 15 वर्षीय बेटा राधेश्याम साहू उन्हें बचाने के लिए टैंक में उतरा, लेकिन ज़हरीली गैस की चपेट में आकर वह भी बेहोश हो गया। घटना के बाद, ग्रामीणों ने तुरंत जेसीबी और सीढ़ियों की मदद से तीनों को टैंक से बाहर निकाला और हसनपुर सीएचसी में भर्ती कराया। लेकिन उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत रेफर कर दिया। परिजन उन्हें बेहतर इलाज के लिए बेगूसराय ले गए, लेकिन इलाज के दौरान तीनों की मौत हो गई।

Samastipur: आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा

हसनपुर सीएचसी से तीनों को रेफर किए जाने पर परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया। परिजनों का आरोप था कि अस्पताल में ऑक्सीजन की उचित व्यवस्था नहीं थी, पंखे भी काम नहीं कर रहे थे और मरीजों की हालत गंभीर बताकर उन्हें आनन-फानन में रेफर किया जा रहा था। परिजनों ने कहा कि अगर अस्पताल में समय पर और बेहतर प्राथमिक उपचार मिल जाता, तो तीनों की जान बच सकती थी।

घटना की सूचना पर पहुंची लरझा घाट थाना पुलिस ने भी तीनों की मौत की पुष्टि की है। पुलिस के अनुसार, शौचालय की टंकी साफ करते समय जहरीली गैस के कारण तीनों बेहोश हो गए और बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतकों के शव पोस्टमॉर्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।

अन्य प्रमुख खबरें