रामपुर में हाउस टैक्स व वाटर टैक्स वृद्धि का सभासदों ने किया कड़ा विरोध, मंडल आयुक्त को सौंपा ज्ञापन

खबर सार :-
रामपुर में नगर पालिका द्वारा हाउस और वाटर टैक्स में मनमानी वृद्धि के खिलाफ सभासदों ने मंडल आयुक्त को ज्ञापन सौंपा है। वे नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा रहे हैं और जनता से नोटिसों पर आपत्ति दर्ज कराने की अपील की है। मंडल आयुक्त ने मुख्यमंत्री से मिलकर राहत दिलाने का आश्वासन दिया है।

रामपुर में हाउस टैक्स व वाटर टैक्स वृद्धि का सभासदों ने किया कड़ा विरोध, मंडल आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
खबर विस्तार : -

रामपुर:  रामपुर नगर पालिका परिषद द्वारा हाउस टैक्स और वाटर टैक्स में मनमानी वृद्धि के खिलाफ शहर के सभासदों ने कड़ा रुख अपना लिया है। सभासदों ने मंडल आयुक्त, मुरादाबाद को एक ज्ञापन सौंपकर इस वृद्धि का विरोध दर्ज कराया। उनका आरोप है कि नगर पालिका ने वर्ष 2019 से लागू की गई इन दरों में बिना वैध प्रक्रिया अपनाए और GIS सर्वे के आधार पर मनमाने ढंग से कई गुना बढ़ोतरी की है, जबकि जनता पहले ही 2024 तक का टैक्स जमा कर चुकी है। इसके बावजूद 2019 से बकाया टैक्स के नोटिस भेजे जा रहे हैं।

सभासदों ने U.P. Municipal Corporation Act, Section 173(1)(b) का हवाला देते हुए कहा कि हाउस टैक्स और वाटर टैक्स की वसूली केवल एक निश्चित सीमा (हाउस टैक्स 22%-32% और वाटर टैक्स 7.5%-12.5%) तक ही की जा सकती है। यह मनमाना सर्वे और वृद्धि पूरी तरह से नियमों के विपरीत है और गरीब व मध्यमवर्गीय परिवारों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ डाल रहा है।

सभासदों ने मंडल आयुक्त से तुरंत एक बोर्ड मीटिंग बुलाने का आदेश जारी करने की मांग की, ताकि इस प्रस्ताव को बहुमत से खारिज कर जनता को राहत मिल सके।

इस मौके पर सभासद मोहम्मद ज़फ़र ने कहा, "हम 32 सदस्य एक साथ मिलकर जनता की लड़ाई लड़ेंगे और किसी भी कीमत पर इस मनमानी वृद्धि को बर्दाश्त नहीं करेंगे।" उन्होंने शहर के लोगों से अपील की कि जिन लोगों को नोटिस मिले हैं, वे उन पर आपत्ति ज़रूर दर्ज कराएं, ताकि सरकार को बढ़ी हुई दरों की गंभीरता का अंदाज़ा हो सके। उन्होंने विशेष रूप से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकानों के मालिकों को भी आपत्ति दर्ज कराने की सलाह दी, क्योंकि ऐसे मकानों पर भी नोटिस आ रहे हैं। अभी तक केवल लगभग 4000 लोगों ने ही आपत्ति लगाई है, जो कि अपर्याप्त है।

सभासद दिनेश कुमार ने बताया कि उन्होंने अधिशासी अधिकारी से मुलाकात की थी, लेकिन उनका रवैया अच्छा नहीं था। हालांकि, मंडल आयुक्त ने उनसे बहुत अच्छे से बात की और आश्वासन दिया कि वे इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से भी मिलेंगे और जनता को पूरी राहत दिलाएंगे। दिनेश कुमार ने यह भी कहा कि यदि इस लड़ाई को अदालत में ले जाना पड़ा तो वे पीछे नहीं हटेंगे।

वहीं, सभासद फ़हीम अहमद ने मंडल आयुक्त से जल्द ही रामपुर में बोर्ड मीटिंग बुलाने और एक बार पालिका आकर सभासदों का हौसला बढ़ाने की अपील की, जिस पर मंडल आयुक्त ने आने का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर मोहम्मद ज़फ़र, दिनेश कुमार उर्फ दिन्ने, फहीम अहमद, मोइन अंसारी, मुराद कलीम, हाजी शादाब, गुफरान खान, नावेद कुरैशी, वसीम अब्बासी, शाहवेज अंसारी, जियाउर रहमान बाबू, मुशाहिद उर्फ गुड्डू, जमील इनायती, शाहब खां, शमीम खान, अलीम खान, बाबू खान सुर्खे, राजू सिकंदर, अजहर मियां, रफ़ीउल्लाह खां, शावेज़ उर्फ डम डम, मुन्ने खां, मोहम्मद आसिफ़, तनवीर खान, ख़लील अहमद, तारिक खां, यासीन उर्फ गुड्डू, नावेद चौधरी, सरफ़ाज़ उर्फ गुड्डू, महफूज़ उर्फ़ गुड्डू, महफूज़ उर रहमान खान, गुड्डू तनवीर, हबीब खान आदि सभासद मौजूद रहे।

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