अरोडवंश मंदिर में राम मंदिर स्थापना की दूसरी वर्षगांठ पर भव्य धार्मिक कार्यक्रम

खबर सार :-
श्रीगंगानगर के अरोडवंश वंश सनातन धर्म मंदिर में राम मंदिर स्थापना की दूसरी वर्षगांठ पर भव्य धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस विशेष अवसर पर संकीर्तन, भजन और संत आशुतोष महाराज के प्रवचन ने श्रद्धालुओं को भक्ति में डुबो दिया।

अरोडवंश मंदिर में राम मंदिर स्थापना की दूसरी वर्षगांठ पर भव्य धार्मिक कार्यक्रम
खबर विस्तार : -

श्रीगंगानगर: श्रीगंगानगर के अरोडवंश वंश सनातन धर्म मंदिर (ट्रस्ट) द्वारा नव वर्ष 2026 के आगमन और रघुनाथ मंदिर (अरोडवंश मंदिर) में राम मंदिर की स्थापना की दूसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक भव्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी के पावन अवसर पर मंदिर परिसर में सुबह के समय सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण संकीर्तन, भजन और धार्मिक प्रवचनों की श्रृंखला रही, जिसने श्रद्धालुओं को भक्ति के रस में डुबो दिया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में स्थानीय भक्तों और श्रद्धालुओं ने भाग लिया और राम नाम के संकीर्तन और भजनों से आच्छादित हुए। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष अंकुर मगलानी और सचिव नीरज चावला ने कार्यक्रम की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन अद्भुत संकीर्तन और आध्यात्मिक वचनों का संगम साबित हुआ।

राम मंदिर की स्थापना की विशेष महत्ता

ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया कि इस तरह के आयोजनों से न केवल सनातन धर्म की परंपराओं को जीवंत रखा जाता है, बल्कि युवा पीढ़ी को धार्मिक मूल्यों से जोड़ने का भी एक अनोखा अवसर मिलता है। राम मंदिर की स्थापना की दूसरी वर्षगांठ पर आयोजित यह कार्यक्रम भक्तों के लिए विशेष रूप से यादगार रहा। कार्यक्रम में अयोध्या से पधारे प्रख्यात संत आशुतोष महाराज की उपस्थिति भी विशेष रही। उन्होंने अपने प्रवचनों के दौरान राम कथा की गहनता और भक्ति के महत्व को श्रद्धालुओं के बीच साझा किया। महाराज ने कहा, "राम नाम का संकीर्तन आत्मा को शांति प्रदान करता है और जीवन की सभी चुनौतियों से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करता है।" उन्होंने इस पावन अवसर पर राम भक्तों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी जैसे अवसर पर ऐसे आयोजन एक विशेष आशीर्वाद के समान होते हैं।

 संगीतमय भजन संकीर्तन का आयोजन

मंदिर प्रबंधन के प्रभारी सोनू अनेजा और रवि चुघ ने बताया कि राधानाम संकीर्तन मंडल, हनुमानगढ़ के कलाकारों द्वारा विशेष रूप से तैयार किए गए भजनों और संकीर्तनों की संगीतमय प्रस्तुति दी गई। पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ कलाकारों ने राम भजन गाए, जिससे मंदिर परिसर में भक्ति की वर्षा हो गई। राम मंदिर की स्थापना की दूसरी वर्षगांठ पर विशेष पूजा-अर्चना भी की गई, जिसमें फूलों की सजावट और प्रभु राम की आरती की गई। इस आयोजन में मंदिर ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष जोगिंदर बजाज, कोषाध्यक्ष सनी नागपाल, मुकेश कला वधवा, भूपेंद्र बजाज, डॉ. केके गिलहोत्रा, अमित छाबड़ा, मुकेश मिड्ढा और अन्य स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों और भक्तों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया। इस धार्मिक आयोजन ने श्रद्धालुओं को न केवल भक्ति के माध्यम से आत्मिक संतोष प्रदान किया, बल्कि सनातन धर्म की परंपराओं को भी संरक्षित रखने का महत्वपूर्ण कार्य किया।

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