Stone attack on Rail Coach: शताब्दी एक्सप्रेस पर फिर से पथराव, एक महीने में तीसरी घटना

खबर सार :-
उत्तर प्रदेश से गुजरने वाली शताब्दी एक्सप्रेस प्रीमियम ट्रेन एक बार फिर से अराजक तत्वों का निशाना बनी है। इस बार भोपाल से दिल्ली जा रही शताब्दी एक्सप्रेस के सी-4 कोच को निशाना बनाकर पथराव किया गया है। इस घटना में ट्रेन की बोगी को काफी नुकसान हुआ है। रेलवे ने मामले में शिकायत दर्ज करा दी है। यह एक महीने के अंदर शताब्दी एक्सप्रेस पर पथराव की तीसरी घटना है।

Stone attack on Rail Coach: शताब्दी एक्सप्रेस पर फिर से पथराव, एक महीने में तीसरी घटना
खबर विस्तार : -

झांसीः देश में ट्रेनों को पटरी से उतारने और रेलवे कोच पर पथराव से जुड़ी घटनाओं पर लगाम नहीं लग पा रही है। झांसी से गुजरने वाली शताब्दी एक्सप्रेस पर फिर पथराव हुआ है। इस ट्रेन पर एक महीने के भीतर पथराव होने की यह तीसरी घटना है, लेकिन अभी तक कोई भी आरोपी पकड़ा नहीं गया है।

भोपाल से नई दिल्ली जा रही थी ट्रेन

शताब्दी ट्रेन की गिनती देश की प्रीमियम ट्रेनों में की जाती है। इस बार भोपाल से नई दिल्ली की ओर जा रही शताब्दी एक्सप्रेस पर फिर पथराव का मामला सामने आया। इस बार मंडी बामोरा स्टेशन के पास शाम के समय कुछ अज्ञात लोगों ने शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव किया, जिसमें कोच नंबर सी-4 का खिड़की का शीशा टूट गया। विदिशा आरपीएफ ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शताब्दी ट्रेन के कोच नंबर सी-4 में यात्रा करने वाले पैसेंजर्स ने बताया कि वह विंडो सीट पर बैठे थे और अचानक से एक पत्थर का टुकड़ा खिड़की के कांच पर आकर लगा। इस हमले में कांच पूरी तरह से टूट कर बिखर गया और कोच में बैठे सभी लोग दहशत में आ गये।  यात्रियों ने तुरंत ही ट्रेन में चल रहे स्क्वाड को सूचना दी। इसके बाद कंट्रोल रूम को भी जानकारी दी गई थी। बीना स्टेशन में ट्रेन रुकने के बाद इस मामले को दर्ज कराया गया। यात्रियों का कहना है कि प्रीमियम ट्रेनों पर लगातार होने वाली पथराव की घटनाओं से यात्री दहशत में हैं। उनको ऐसा लगने लगा है कि जब प्रीमियम ट्रेन ही सुरक्षित नहीं है, तो बाकी और ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति क्या होगी ? 

प्राथमिकी दर्ज, जांच में जुटी टीमेंः पीआरओ

इस संबंध में रेलवे के जनसम्पर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि शताब्दी ट्रेन के कोच पर पथराव की जानकारी मिलने के बाद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इस मामले की जांच की जा रही है। इसी तरह की पथराव की घटना 12 जून को भी झांसी से दिल्ली की ओर जाने वाली शताब्दी ट्रेन पर दतिया के आसपास भी हुई थी, जिसमें आरपीएफ ने एक आरोपी को पकड़ा भी था, लेकिन उसको मानसिक रोगी समझकर छोड़ दिया गया। इसमें भी सी-3 कोच को निशाना बनाकर पथराव किया गया था। इसी तरह 22 जून को भोपाल से दिल्ली जाने वाली शताब्दी ट्रेन में ग्वालियर के पास पत्थरबाजी की गई थी, तब कोच नंबर सी-5 को निशाना बनाया गया था और यात्री दहशत में आ गए थे। पथराव की घटना में कोच नंबर सी-5 की खिड़की का कांच टूट गया था।

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