पीलीभीत में युवक साइबर ठगी का शिकार, आधार-पैन दर्ज करते ही खाते से 1 लाख रुपए साफ

खबर सार :-
पीलीभीत में एक युवक साइबर फ्रॉड का शिकार हो गया है। कुछ दिनों बाद एक अनजान व्हाट्सएप लिंक के ज़रिए उसकी आधार और PAN नंबर समेत पर्सनल जानकारी डालने के बाद उसके बैंक अकाउंट से कुल ₹100,000 निकाल लिए गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पीलीभीत में युवक साइबर ठगी का शिकार, आधार-पैन दर्ज करते ही खाते से 1 लाख रुपए साफ
खबर विस्तार : -

पीलीभीतः पीलीभीत जिले के गजरौला थाना क्षेत्र में एक युवक साइबर ठगी का शिकार हो गया है। पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि व्हाट्सएप पर आए एक अनजान लिंक पर आधार और पैन नंबर जैसी निजी जानकारी दर्ज करने के कुछ ही दिनों बाद, उसके बैंक खाते से कुल एक लाख रुपये निकाल लिए गए। इस घटना ने इलाके में चिंता और जागरूकता की लहर पैदा कर दी है। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और संबंधित धाराओं में मुकदमा भी दर्ज किया गया है।

मित्र के नाम से आया लिंक

गजरौला थाना क्षेत्र के देवीपुरा गांव निवासी नीरज कुमार का खाता सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की पीलीभीत शाखा में है। उन्होंने बताया कि 6 नवंबर को उनके व्हाट्सएप नंबर पर एक मित्र के नाम से एक लिंक आया। भरोसा कर उन्होंने लिंक खोलकर मांगी गई निजी जानकारी, जिसमें आधार और पैन नंबर भी शामिल थे, दर्ज कर दी। उन्हें नहीं पता था कि यह एक साइबर ठगी का प्रयास है।

दो बार में निकाले गए एक लाख रुपए

तीन दिन बाद, 9 नवंबर को, नीरज को अपने खाते से रुपये निकलने के मैसेज आने लगे। उनके अनुसार, खाते से दो बार में कुल एक लाख रुपये निकाले गए। जब उन्हें इस बात का एहसास हुआ कि उनके साथ साइबर ठगी हुई है, तो उन्होंने तुरंत गजरौला थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह किसी अज्ञात लिंक पर भरोसा न करने और किसी भी अजनबी से अपनी बैंकिंग जानकारी साझा न करने की सलाह देते हैं।

मामले की छानबीन में जुटी पुलिस

पुलिस ने नीरज की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए अज्ञात ठगों के खिलाफ आईटी एक्ट समेत संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। साइबर पुलिस की मदद भी ली जा रही है ताकि ठगों की पहचान और गिरफ्तारी हो सके। थाना प्रभारी ब्रजवीर सिंह ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान लिंक पर भरोसा न करें, न ही अपने ओटीपी (OTP) या अन्य गोपनीय बैंकिंग जानकारी किसी के साथ साझा करें। जागरूकता ही साइबर ठगी से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है।

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