यमराज बनकर दौड़ रहे ओवरलोड वाहन, आम जनता परेशान

खबर सार :-
पीलीभीत ज़िले में ओवरलोडेड गाड़ियों की समस्या लगातार बनी हुई है। गन्ने से भरे ओवरलोडेड ट्रैक्टर-ट्रेलर हाईवे पर तेज़ी से दौड़ रहे हैं, जिससे जानलेवा खतरा बना हुआ है। ये ओवरलोडेड गाड़ियां दिन-रात सड़कों पर चलती रहती हैं।

यमराज बनकर दौड़ रहे ओवरलोड वाहन, आम जनता परेशान
खबर विस्तार : -

पीलीभीतः पीलीभीत जिले के थाना बरखेड़ा क्षेत्र में ओवरलोड वाहनों की समस्या लगातार गंभीर रूप लेती जा रही है। बरखेड़ा स्थित चीनी फैक्ट्री से प्रतिदिन बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉली ओवरलोड गन्ना भरकर सेंटर से निकलते हैं। इन ट्रॉलियों में क्षमता से कहीं अधिक गन्ना भरा होने के कारण वाहन पूरे रोड को घेरकर चलते हैं, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो जाता है। पीछे चल रहे राहगीरों और छोटे वाहनों को आगे निकलने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल पाती, परिणामस्वरूप लोगों को घंटों तक ओवरलोड ट्रॉली के पीछे चलना पड़ता है।

आम लोगों को हो रही परेशानी

ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के कारण सबसे ज्यादा परेशानी आम जनता और राहगीरों को उठानी पड़ रही है। सड़क पर जाम की स्थिति बनी रहती है और समय पर अपने गंतव्य तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। इतना ही नहीं, इन भारी वाहनों से स्कूली बच्चों पर भी हमेशा खतरा मंडराता रहता है, जो रोजाना पढ़ने-लिखने के लिए इसी मार्ग से गुजरते हैं। तेज रफ्तार और अत्यधिक भार से भरे ये वाहन कभी भी किसी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं।

परिवहन विभाग को चुनौती

स्थानीय लोगों का कहना है कि बरखेड़ा फैक्ट्री से निकलने वाले गन्ने से भरे ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉली परिवहन विभाग को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद इन पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है। हाल ही में कोतवाली दियोरिया क्षेत्र में लकड़ी से भरे एक ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉली की चपेट में आने से एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई थी। इस घटना के बाद भी प्रशासन और परिवहन विभाग द्वारा बरखेड़ा क्षेत्र में ओवरलोड वाहनों पर प्रभावी रोक नहीं लगाई गई, जो बेहद चिंताजनक है।

रोजाना लगती हैं लंबी कतारें

ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन और परिवहन विभाग किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं, तभी तो अब तक बरखेड़ा फैक्ट्री से निकलने वाले ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। बीसलपुर हाईवे से पीलीभीत को जोड़ने वाले इसी मार्ग पर बरखेड़ा क्षेत्र में गन्ने से भरे ओवरलोड वाहनों की लंबी-लंबी कतारें रोजाना देखने को मिलती हैं।

स्थानीय लोगों का मानना है कि यदि प्रशासन और परिवहन विभाग संयुक्त रूप से दो-तीन दिन बरखेड़ा क्षेत्र में सख्ती से अभियान चलाएं, तो सड़क पर “यमराज” बनकर दौड़ रहे इन ओवरलोड वाहनों पर निश्चित रूप से रोक लगाई जा सकती है। इससे न केवल यातायात व्यवस्था सुचारु होगी, बल्कि आम जनता और बच्चों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सकेगी।

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