15 करोड़ की सरकारी जमीन अतिक्रमण मुक्त

खबर सार :-
बाघामऊ और ग्राम नौबस्ता कलां में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया गया। यह लगभग 1.5 हेक्टेयर है। इसकी कीमत 15 करोड़ रुपये से अधिक है।

खबर विस्तार : -

लखनऊ: सरकारी जमीन को कब्जेदारों से मुक्त कराने के लिए नगर निगम की टीम ने शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई की है। इसे एक अभियान में शामिल किया गया है। सरकारी जमीन को कब्जेदारों से मुक्त कराने के लिए टीम ने बिना किसी विवाद के जमीन खाली करवा ली है। अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव के निर्देशन में यह अभियान चलाया गया था। अभियान की शुरूआत तो कई दिनों पहले की गई थी, लेकिन जोन चार में ग्राम बाघामऊ और जोन सात में ग्राम नौबस्ता कलां की सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया।

ग्राम नौबस्ता कलां की जमीन देवा रोड के निकट है। इसका उपयोग कामर्शियल माना जाता है। यहां काफी समय से प्रॉपर्टी डीलरों और बिल्डरों ने सरकारी भूमि पर कब्जेदारी शुरू कर दी थी। अवैध रूप से कब्जा करने वालों की संख्या में इजाफा शुरू होता गया। इस अभियान में प्रभारी अधिकारी (संपत्ति) संजय यादव और तहसीलदार अरविंद पांडे मुख्य भूमिका में आए और टीम गठित की गई। टीम का नेतृत्व करने के लिए नायब तहसीलदार नीरज कटियार को कहा गया। नगर निगम के लेखपाल राकेश यादव, लालू प्रसाद, आलोक यादव, सुभाष कौशल और विनोद वर्मा की मदद कार्रवाई शुरू की गई और जेसीबी से अस्थायी निर्माण हटा दिया गया। अभियान के दौरान पुलिस भी बुलाई गई थी।

इसके बाद ग्राम बाघामऊ और ग्राम नौबस्ता कलां में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया गया। यह लगभग 1.5 हेक्टेयर है। इसकी कीमत 15 करोड़ रुपये से अधिक है। जांच में सामने आया है कि एक कारोबारी ने इस जमीन पर अपना गोदाम बनाया था। नगर निगम की ओर से बताया गया कि इस अवैध कब्जे और सरकारी भूमि को नुकसान पहुंचाने के लिए चिनहट थाने में जल्द ही आपराधिक मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। साथ ही, नगर निगम द्वारा आगे भी ऐसे अतिक्रमण विरोधी अभियान लगातार जारी रहेंगे।

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