मल्टी लेवल पार्किंग का नहीं हो रहा पूर्ण उपयोग, संचालन करने वाली कंपनी नहीं चुका पा रही किराया

खबर सार :-
झांसी में ई-लाइट चौराहा शहर का सबसे व्यस्ततम चौराहा है। ट्रैफिक कम करने के लिए प्रशासन ने  मल्टीलेवल पार्किंग बनाया था लेकिन इसका प्रयोग न होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है।

मल्टी लेवल पार्किंग का नहीं हो रहा पूर्ण उपयोग, संचालन करने वाली कंपनी  नहीं चुका पा रही किराया
खबर विस्तार : -

झांसीः शहर के व्यस्ततम चौराहे ई-लाइट पर बनी मल्टीलेवल पार्किंग का उपयोग करने के बजाय लोग अपने वाहनों को सड़क पर बेतरतीब ढंग से पार्क कर रहे हैं, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा रही है। ई-लाइट चौराहा शहर का सबसे व्यस्ततम चौराहा है, इसके आसपास कई शॉपिंग मॉल, होटल, रेस्टोरेंट आदि खुले हुए हैं।

 जिससे शहर के लोगों का सबसे ज्यादा आवागमन यहीं होता है। आम लोगों द्वारा अपने वाहनों को सड़कों पर पार्क करने से यहां अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे कई बार यहां विवाद भी गंभीर रूप ले लेते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए सरकार ने इस चौराहे पर मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण कराया था। इसका निर्माण स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत कराया गया था, जिसकी लागत करीब 25 करोड़ रुपए आई थी, लेकिन अब यह धीरे-धीरे सफेद हाथी की तरह साबित हो रही है। 

क्योंकि ज्यादातर लोग इसका उपयोग नहीं कर रहे हैं और आधी से ज्यादा पार्किंग खाली रहती है। इसके संचालन के लिए लखनऊ की एक कंपनी ने फरवरी माह में ठेका लिया था, लेकिन घाटे के चलते इस कंपनी ने 2 माह का किराया भी नहीं दिया है। इस मल्टीलेवल पार्किंग में लोगों को अपने वाहन पार्क करने के लिए कई विकल्प दिए गए हैं। कंपनी की ओर से दैनिक, मासिक और वार्षिक दरें तय की गई हैं। लेकिन लोग यहां अपने वाहन पार्क करने में ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं। 

ज्यादातर लोग अपने वाहन सड़क किनारे पार्क कर खरीदारी आदि करने चले जाते हैं। सीईओ मोहम्मद कमर के अनुसार संचालन करने वाली कंपनी के घाटे में चलने के कारण इस कंपनी ने दो महीने से किराया नहीं दिया है। उनका कहना है कि यातायात विभाग के साथ मिलकर सड़क पर खड़े वाहनों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए नगर निगम ने दो वाहन लिफ्टर और अलग से स्टाफ की व्यवस्था भी की है, ताकि लोग अपने वाहन सड़क पर न खड़े कर पार्किंग का इस्तेमाल करें।

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