Entry Pass: अब मेडिकल कॉलेज झांसी में बिना 'एंट्री पास' के नो एंट्री

खबर सार :-
उत्तर प्रदेश में झांसी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने रोजाना अस्पताल परिसर और वार्डों में तीमारदारों तथा मेडिकल कॉलेज स्टाफ के बीच होने वाले वाद-विवाद का हल ढूंढ लिया है। अब चिकित्सालय में भर्ती किसी भी मरीज से मिलने का समय निर्धारित कर दिया गया है, इसके साथ ही प्रवेश के लिए एंट्री पास की व्यवस्था भी लागू कर दी गई है।

Entry Pass: अब मेडिकल कॉलेज झांसी में बिना 'एंट्री पास' के नो एंट्री
खबर विस्तार : -

झांसीः महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज झांसी में मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने वार्डों में आए दिन तीमारदारों और मेडिकल स्टाफ के बीच वाद-विवाद की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए ‘एंट्री पास’ की व्यवस्था शुरू कर दी है। अब मेडिकल कॉलेज में भर्ती किसी भी मरीज से मिलने के लिए तीमारदार के पास ‘एंट्री पास’ होना जरूरी है। इस व्यवस्था में सिर्फ तीन घंटे ही तीमारदार अपने मरीज से मिल सकेंगे। मरीज से मुलाकात का तय समय पूरा होते ही तीमारदारों को बाहर कर दिया जाएगा।

महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज झांसी के सीएमएस डॉक्टर सचिन माहौर ने बताया कि वार्ड में भर्ती मरीज से मिलने के लिए ‘एंट्री पास’ की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। इसमें मरीज से मिलने का समय प्रातः 7:00 से 8:00 बजे दोपहर में 1:00 से 2:00 बजे तथा रात्रि में 7:00 से 8:00 बजे तक निर्धारित किया गया है। वार्ड में भर्ती मरीज से मिलने के लिए अटेंडेंट के पास ‘एंट्री पास’ होना अनिवार्य है, इसके बिना वह अपने मरीज से नहीं मिल पाएगा। इसके साथ ही अब चिकित्सालय परिसर में किसी भी तरह की वीडियोग्राफी या फोटो लेना पूरी तरीके से प्रतिबंधित कर दिया गया है।

परिसर को गंदा करने और धूम्रपान पर लगेगा जुर्माना

सीएमएस डॉक्टर माहौर के अनुसार चिकित्सालय परिसर को साफ सुथरा रखने के लिए अब तीमारदार को भी स्टाफ के साथ सहयोग करना पड़ेगा अनावश्यक गंदगी फैलाने वाले व्यक्तियों पर जुर्माना लगाया जा सकता है। चिकित्सालय परिसर में किसी भी तरह के शस्त्र एवं अन्य प्रतिबंधित सामग्री पर भी रोक लगाई गई है। इन सभी व्यवस्थाओं का सख़्ती से पालन कराने एवं करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश सिक्योरिटी डिपार्टमेंट को भी दिए गए हैं। यही नहीं, मेडिकल कॉलेज परिसर या किसी भी वार्ड में धूम्रपान करना कानूनन निषेध है। अब यदि कोई व्यक्ति परिसर के अंदर धूम्रपान आदि करता पाया जाता है, तो उस पर तत्काल 200 रुपये का जुर्माना लगाकर जमा कराया जाएगा और यदि वह व्यक्ति स्टाफ पर किसी तरह का दबाब बनाता है तो इसकी सूचना पुलिस को दी जाएगी और उसके ऊपर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। मेडिकल कॉलेज प्रशासन की नई व्यवस्था से स्टाफ के लोग काफी खुश हैं।

परिसर में जागरूकता के लिए लगाए गए पोस्टर

गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज में पूर्व में तीमारदारों, डॉक्टर एवं स्टाफ से अभद्र व्यवहार करने की अनेकों घटनाएं हो चुकी हैं। किसी मरीज के साथ विवाद होने पर कुछ ही समय में काफी संख्या में उसके रिश्तेदार और तीमारदार जुट जाते थे। इस वजह से अन्य भर्ती मरीजों और स्टाफ को बेहद असुविधा का सामना करना पड़ता था और भीड़ की वजह विवाद का कारण बनती थी। कुछ तीमारदार सिक्योरिटी गार्ड से भी भिड़ जाते थे और बेवजह उलझ कर विवाद पैदा करते थे। इन्हीं सब परिस्थितियों को देखकर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अब ‘एंट्री पास’ की व्यवस्था शुरू की है। इस संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए परिसर में जगह-जगह पोस्टर आदि भी चिपका दिए गए हैं।

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