शहर में बनाए जाएंगे लेबर अड्डे

खबर सार :-
नगर आयुक्त गौरव शहर में मजदूरों की स्थित तथा उनकी जीवनशैली में सुधार के लिए कह रहे हैं, जबकि लेबर अड्डे के लिए महापौर भी निर्देश दे चुकी हैं। सवाल यह है कि महापौर और नगर आयुक्त के निर्देशों का पालन क्यों नहीं हो पाता है?

शहर में बनाए जाएंगे लेबर अड्डे
खबर विस्तार : -

लखनऊः महापौर सुषमा खर्कवाल ने करीब एक साल पहले कहा था कि शहर के लेबर अड्डों को छायादार बनाया जाएगा। उनके निर्देशों पर अब अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार गुप्त फील्ड पर उतरे हैं। विकास कार्यां की रफ्तार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है।  नगर निगम सीमा के अंतर्गत स्कूटर इंडिया चौराहा, आलमबाग चौराहा, राजाजी पुरम, नक्खास में स्थित लेबर अड्डों के स्थल चयन किया जाना है। अधिशासी अभियंता राजीव शर्मा, जोनल अधिकारी नंदकिशोर, शिल्पा कुमारी भी अपर नगर आयुक्त के साथ थीं।

जिस कवायद के लिए मंथन चल रही है, वह आसान है। नगर निगम के पास हर क्षेत्र में जमीन है। कुछ पुरानी बस्तियों में लेबर अड्डे बना पाना कुछ कठिन है। जैसे नक्खास में भी लेबर अड्डा बनाने की बात चल रही है, यह पुराना लखनऊ का क्षेत्र है। जगह कम होने के कारण ही यहां लगने वाली सब्जी मंडी को भी हटाया गया था। अब फूल मंडी को भी हटाने की तैयारी चल रही है। सवाल यह है कि नक्खास को स्मार्ट बाजार बनाने के लिए उच्चस्तरीय तैयारी पहले की है, तो फिर इतना समय क्यों लग रहा है? यहां का अतिक्रमण हटा पाने के बाद ही नगर निगम किसी कार्य को सफल बना सकता है।

अपर नगर आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्थल चयन के उपरांत लेबर अड्डों पर समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसी तरह से कुछ स्थानों पर शौचालय की मांग होने पर पूर्व नगर आयुक्त का जवाब होता था कि लोग जगह सुझाएं, शौचालय तो बनवा दिए जाएंगे। यानी जोन के अधिकारियों को उनके क्षेत्र की सरकारी जमीन का पता नहीं है। नगर आयुक्त के निर्देशानुसार लेबर अड्डों की स्थिति में सुधार लाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। मजेदार बात यह है कि नगर आयुक्त गौरव सुधार के लिए कह रहे हैं जबकि लेबर अड्डे अभी तक उदाहरण में ही हैं। 
 

अन्य प्रमुख खबरें