छुट्टी के दिन उठाएं छूट का फायदा, रविवार को भी जमा होगा गृहकर

खबर सार :-
नगर निगम की ओर से चलाई जा रही योजना गृहकर छूट के अंतिम तीन दिन रविवार को भी जोनल कार्यालय और कैश काउंटर खुले रहेंगे। इसमें शहरवालों से अपील की गई है कि जिनके हाउस टैक्स जमा नहीं हैं, वह योजना के अंतर्गत बचे हुए दिनों में जमा कर दें।

छुट्टी के दिन उठाएं छूट का फायदा, रविवार को भी जमा होगा गृहकर
खबर विस्तार : -

लखनऊः वर्तमान वित्तीय वर्ष में नगर निगम लखनऊ द्वारा भवन स्वामियों को गृहकर पर दी जा रही 10 प्रतिशत की विशेष छूट की अंतिम तिथि 30 जून 2025 निर्धारित की गई है। इस महत्वपूर्ण सुविधा का लाभ उठाने हेतु अब केवल तीन दिन शेष रह गए हैं। अनुमान है कि इन अंतिम दिनों में बड़ी संख्या में भवनस्वामी गृहकर का भुगतान करेंगे। नगर आयुक्त गौरव कुमार के आदेशानुसार रविवार, 29 जून 2025 को भी गृहकर जमा कराने की सुविधा प्रदान की जाएगी। ज्यादा से ज्यादा कर जमा हो, इसलिए छुट्टी के दिन रविवार को भी नगर निगम के सभी जोनों में कैश काउंटर खोले जाएंगे। 

इस क्रम में नगर निगम के सभी जोनल कार्यालयों एवं कैश काउंटरों को प्रातः 10ः00 बजे से सायं 05ः00 बजे तक खुले रखने का निर्देश दिया गया है। नगर निगम प्रशासन का यह प्रयास है कि अधिक से अधिक नागरिक इस छूट का लाभ उठाएं और निर्धारित समयसीमा में अपना गृहकर जमा करें। इस निर्णय से जहां एक ओर भवनस्वामियों को सुविधा मिलेगी, वहीं दूसरी ओर नगर निगम की आय में भी उल्लेखनीय वृद्धि संभव होगी। साथ ही, सभी जोनल अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे इस छूट योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करें, ताकि शहर के अधिकतम नागरिक समय पर गृहकर का भुगतान कर सकें। चीफ टैक्स असेसमेंट ऑफिसर अशोक सिंह ने बताया कि लखनऊ के सभी भवनस्वामी 30 जून 2025 तक गृहकर जमा कर 10 फीसदी छूट का लाभ उठाएं और नगर के विकास में सहभागी बनें।

महापौर ने कहा बन रहा रिकॉर्ड

शहर में भवनों का टैक्स तेजी से जमा हो रहा है। जहां कहीं भी पुराना टैक्स बाकी है, समझा-बुझाकर उनसे गृहकर लिया जा रहा है। कामर्शियल टैक्स भी तमाम विवादों को निपटाकर या सुलह कर जमा किया जा रहा है। पूर्व में रिकॉर्ड गृहकर जमा किया गया था। इस बार भी रिकॉर्ड बनेगा। इस धन को विकास कार्यां में खर्च किया जाएगा।

शहर के हर क्षेत्र का हो रहा विकास

नगर आयुक्त गौरव कुमार का कहना है कि राजधानी लखनऊ का क्षेत्र विस्तार हो रहा है। इन नए इलाकों में नाली और सड़कों के अलावा तमाम जरूरतों के लिए धन की जरूरत है। लोगों से मिलने वाला धन विकास कार्यां में ही खर्च किया जाता है। इसलिए जरूरत इस बात की है कि हर शहरवासी गृहकर जमा करें। 
 

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