केजीएमयू ने कश्मीर आतंकी हमले के विरोध में निकाला शांति मार्च, कुलपति ने देशवासियों से एकजुटता की अपील की

खबर सार :-
कश्मीर में 22 अप्रैल को हुए बर्बर आतंकी हमले के विरोध में आज किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) लखनऊ ने एक मौन, परंतु भावनात्मक प्रतिरोध व्यक्त करते हुए शांति मार्च का आयोजन किया।

केजीएमयू ने कश्मीर आतंकी हमले के विरोध में निकाला शांति मार्च, कुलपति ने देशवासियों से एकजुटता की अपील की
खबर विस्तार : -

लखनऊ: कश्मीर में 22 अप्रैल को हुए बर्बर आतंकी हमले के विरोध में आज किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) लखनऊ ने एक मौन, परंतु भावनात्मक प्रतिरोध व्यक्त करते हुए शांति मार्च का आयोजन किया। विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ के नेतृत्व में यह मार्च शाम 4 बजे एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक से आरंभ होकर शहीद स्मारक तक पहुँचा। मार्च में विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने स्वयं भाग लिया और उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए आतंकवाद के विरुद्ध देशभर में एकजुट होकर मुकाबला करने की अपील की। उन्होंने इस जघन्य घटना को “राष्ट्र की आत्मा पर हमला” बताते हुए कहा, “अब समय आ गया है कि हम एक स्वर में कहें – आतंकवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

केजीएमयू शहीदों के परिजनों के साथ 

इस शांति मार्च में विश्वविद्यालय के शिक्षक, छात्र, कर्मचारी और चिकित्सा स्टाफ सहित लगभग एक हजार से अधिक लोग सम्मिलित हुए। शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. के.के. सिंह ने इस मार्च का नेतृत्व करते हुए कहा कि केजीएमयू का हर सदस्य शहीदों के परिजनों के साथ खड़ा है और यह मार्च केवल एक विरोध नहीं, बल्कि हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। मार्च में प्रमुख रूप से शिक्षक संघ के महासचिव डॉ. संतोष कुमार, डॉ. आशीष कुमार, डॉ. अनित परिहार, डॉ. अविनाश अग्रवाल, डॉ. बी.के. ओझा, डॉ. क्षितिज श्रीवास्तव, डॉ. पवित्र रस्तोगी, डॉ. सुहैल, डॉ. अमरीश कुमार, डॉ. यू.एस. पाल, डॉ. विश्वजीत सिंह, आर.डी.ए. अध्यक्ष डॉ. दिव्यांश सिंह, कर्मचारी परिषद अध्यक्ष विकास सिंह, महामंत्री अनिल कुमार, नर्सिंग एसोसिएशन की यदुनंदनी और प्रवीण गंगवार समेत अन्य प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

सरकार से निर्णायक कार्रवाई की माँग

शहीद स्मारक पर सभा का आयोजन हुआ जहाँ वक्ताओं ने आतंकियों की कायरतापूर्ण हरकत की तीव्र निंदा करते हुए भारत सरकार से इस प्रकार की घटनाओं पर निर्णायक कार्रवाई की माँग की। वक्ताओं ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जाना चाहिए ताकि भविष्य में मासूम नागरिकों की जान न जाए। सभा के अंत में हमले में मारे गए नागरिकों को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखा गया और फिर कार्यक्रम का समापन किया गया।

 

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