निर्जला एकादशी पर मंदिरों में दिनभर हुए भजन-कीर्तन

खबर सार :-
निर्जला एकादशी के अवसर पर महिलाओं ने भजन कीर्तन कर अपने आराध्य की पूजा अर्चना की। गोपीनाथ मंदिर के पुजारी प्रदीप महाराज व प्रमोद महाराज ने इसके बारे में जानकारी।

निर्जला एकादशी पर मंदिरों में दिनभर हुए भजन-कीर्तन
खबर विस्तार : -

झुंझुनूः निर्जला एकादशी पर शुक्रवार को कस्बे के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। निर्जला एकादशी के अवसर पर महिलाओं ने नाच-गाकर अपने आराध्य को प्रसन्न किया और दान-दक्षिणा दी। गोपीनाथ मंदिर, सांवरिया सेठ मंदिर, श्याम मंदिर,  राजाधिराज केशव राय मंदिर सहित कस्बे के सभी मंदिरों में निर्जला एकादशी के अवसर पर दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। 

सांवरिया सेठ मंदिर के पुजारी मनीष महाराज ने बताया कि निर्जला एकादशी के दिन सुबह स्नान के बाद पीले वस्त्र धारण कर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। सांवरिया सेठ मंदिर के पुजारी मनीष महाराज के अनुसार माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करना चाहिए। किसी गरीब को जल, भोजन, वस्त्र, जूते या छाता दान करने से बड़ा पुण्य मिलता है। मनीष महाराज ने आगे बताया कि निर्जला एकादशी शब्द का अर्थ होता है बिना पानी के यानि इस व्रत में अन्न नहीं खाया जाता गोपीनाथ मंदिर के पुजारी प्रदीप महाराज व प्रमोद महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि निर्जला एकादशी व्रत को लेकर धार्मिक मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से पूरे वर्ष की सभी एकादशियों का फल प्राप्त होता है। यह दिन भक्ति, संयम व तप का प्रतीक है। 

कस्बे के मुख्य मार्गों पर समाजसेवी व दानवीरों ने दिनभर नगरवासियों को नींबू पानी व शर्बत वितरित किया। कस्बे के  राजाधिराज केशव राय  के मंदिर में भी महिलाओं ने निर्जला एकादशी पर नाच-गाकर भगवान को प्रसन्न किया। सांवरिया सेठ मंदिर, गोपीनाथ मंदिर, श्याम मंदिर, बिहारी  के मंदिर सहित कस्बे के सभी मंदिरों में निर्जला एकादशी पर दिनभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।

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