Jharkhand : DGP अनुराग गुप्ता ने अचानक पद से दिया इस्तीफा, पुलिस महकमे में मची खलबली

खबर सार :-
DGP Anurag Gupta Resigns: झारखंड के DGP अनुराग गुप्ता ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह कदम केंद्र सरकार द्वारा रिटायरमेंट के बाद उनकी नियुक्ति पर आपत्ति जताने के बाद उठाया है। केंद्र सरकार की आपत्ति से राज्य सरकार पर दबाव बढ़ गया था। माना जा रहा है कि गुप्ता ने सरकार पर से यह दबाव कम करने के लिए इस्तीफा दिया है।

Jharkhand : DGP अनुराग गुप्ता ने अचानक पद से दिया इस्तीफा, पुलिस महकमे में मची खलबली
खबर विस्तार : -

Jharkhand DGP Anurag Gupta Resigns: झारखंड के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) अनुराग गुप्ता ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जिससे पुलिस महकमे में खलबली मच गई। उन्होंने मुख्यमंत्री आवास पर अपना इस्तीफा सौंपा। हालांकि उनके इस्तीफे की वजह अभी पता नहीं चली है। सूत्रों का कहना है कि गुप्ता ने मंगलवार देर शाम अपना इस्तीफा दिया। 

DGP Anurag Gupta Resigns: इस्तीफा मंजूर

सरकार ने इस बारे में आधिकारिक तौर पर कोई बयान या जानकारी जारी नहीं की है, लेकिन उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने बुधवार को उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया और उनसे नई नियुक्ति होने तक अपने पद पर बने रहने को कहा है। राज्य में नए DGP की नियुक्ति को लेकर उच्च स्तरीय चर्चाएं तेज हो गई हैं। इस पद के लिए सीनियर IPS अधिकारी प्रशांत सिंह और MS भाटिया के नामों पर विचार किया जा रहा है। अनुराग गुप्ता 1990 बैच के IPS अधिकारी हैं, जिन्हें 2022 में डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DG) के पद पर प्रमोट किया गया था। इसके बाद उन्हें DG ट्रेनिंग बनाया गया था। झारखंड सरकार ने उन्हें 26 जुलाई 2024 को कार्यवाहक DGP नियुक्त किया था।

2027 तक था कार्यकाल 

हालांकि चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनावों से पहले उन्हें उनके पद से हटा दिया था। चुनाव प्रक्रिया खत्म होते ही, 28 नवंबर 2024 को हेमंत सोरेन सरकार ने उन्हें फिर से कार्यवाहक DGP नियुक्त कर दिया था। ऑल इंडिया सर्विसेज के नियमों के मुताबिक, अनुराग गुप्ता को 60 साल की उम्र पूरी होने पर 30 अप्रैल 2025 को रिटायर होना था। हालांकि, इससे पहले राज्य सरकार ने DGP की नियुक्ति के लिए नए नियम लागू कर दिए। नए नियमों के तहत, अनुराग गुप्ता को 2 फरवरी 2025 को दो साल के लिए रेगुलर DGP नियुक्त किया गया था।

इन नए नियमों के मुताबिक, उनका कार्यकाल फरवरी 2027 तक था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस पर आपत्ति जताई और राज्य सरकार को दो बार पत्र लिखकर अनुराग गुप्ता को पद से हटाने को कहा। केंद्रीय गृह मंत्रालय की आपत्ति को नजरअंदाज करते हुए राज्य सरकार ने अपने नियमों का हवाला देते हुए उन्हें पद पर बनाए रखा। UPSC ने भी उनकी DGP के तौर पर नियुक्ति को गलत बताया था। अनुराग गुप्ता पहले ACB और CID के डायरेक्टर जनरल का चार्ज संभाल चुके हैं। सितंबर में सरकार ने उनसे ACB का चार्ज वापस ले लिया था, जिसके बाद से ही उनके हटाए जाने की चर्चाएं चल रही थीं।

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