खाद्य एवं औषधि विभाग हुआ सतर्क, छापेमारी कर 49 नमूने लेकर लैब भेजे

खबर सार :-
खाद्य एवं औषधि विभाग ने शहर भर में छापेमारी कर खाद्य एवं पेय पदार्थों के करीब 49 नमूने लेकर लैब भेजे। शासन से निर्देश मिलने के बाद खाद्य एवं औषधि विभाग ने जांच के लिए तीन टीमें गठित कीं।

खाद्य एवं औषधि विभाग हुआ सतर्क, छापेमारी कर 49 नमूने लेकर लैब भेजे
खबर विस्तार : -

झांसीः खाद एवं औषधि विभाग झांसी के सहायक आयुक्त चितरंजन के अनुसार शासन के निर्देश पर विभाग ने छापेमारी कर खाद्य एवं पेय पदार्थों के करीब 49 नमूने एकत्रित किए हैं और इन्हें जांच के लिए भेजा गया है। 

जांच पूरी होने के बाद यदि ये मानक पर खरे नहीं उतरते हैं तो इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इन दिनों शहर में गर्मी का असर देखने को मिला और आम जनता ने जाने-अनजाने में कई तरह के ऐसे पेय पदार्थ और खाद्य पदार्थों का खुलेआम सेवन किया जिनकी गुणवत्ता और मानक निर्धारित नहीं थे। आम जनता को पूरे साल शुद्ध और गुणवत्तायुक्त खाद्य एवं पेय पदार्थ उपलब्ध हो, यह सुनिश्चित करना खाद एवं औषधि प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी है। 

लेकिन पूरे शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिला है कि जिन दुकानदारों के पास खाद्य लाइसेंस भी नहीं है, वे भी घटिया पेय पदार्थ और खाद्य पदार्थ बेचकर जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उपभोक्ता को यह भी पता नहीं है कि इन घटिया उत्पादों के सेवन से उसके स्वास्थ्य को कितना नुकसान हो सकता है और उसकी जान भी जा सकती है क्योंकि इस गर्मी में घटिया कोल्ड ड्रिंक्स आदि खूब बिक रहे हैं। शिकायत मिलने पर शासन के निर्देशानुसार खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने 15 से 31 मई के बीच नमूने एकत्र करने का अभियान चलाया और करीब 49 नमूने एकत्र कर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं, रिपोर्ट आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। 

शासन से निर्देश मिलने के बाद खाद्य एवं औषधि विभाग ने जांच के लिए तीन टीमें बनाईं, जिन्होंने शहर के अलग-अलग इलाकों में जाकर खाद्य पदार्थों, कोल्ड ड्रिंक्स, पैक्ड ड्रिंकिंग वाटर व अन्य खाद्य पदार्थों के नमूने एकत्र कर जांच के लिए भेजे। इस अभियान के तहत झांसी नगर निगम सीमा से 28, झांसी तहसील क्षेत्र से 18 और जिले के अन्य इलाकों से कुल 49 नमूने एकत्र कर जांच के लिए भेजे गए हैं। यहां यह भी बेहद विचारणीय है कि विभाग द्वारा ऐसी कार्रवाई पूरे साल क्यों नहीं की जाती, सिर्फ एक खास मौसम में ही क्यों? जबकि जनता के स्वास्थ्य से जुड़े इस विभाग को पूरे साल ऐसी कार्रवाई कर शुद्ध और गुणवत्तापूर्ण खाद्य व पेय पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित करनी चाहिए।

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