भारी बारिश के कारण लगातार पानी छोड़ा जा रहा है: झांसी जिलाधिकारी

खबर सार :-
झांसी जनपद में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें अधिकारीगण ने जनपदवासियों से अपील की कि वे नदी किनारे ना जाएं। अधिकारियों को निरीक्षण करने और जलस्तर पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही लोगों से सतर्कता बरतने को कहा है।

भारी बारिश के कारण लगातार पानी छोड़ा जा रहा है: झांसी जिलाधिकारी
खबर विस्तार : -

झांसीः झांसी जनपद एवं प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते जिलाधिकारी मृदुल चौधरी की अध्यक्षता में कैंप कार्यालय पर एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वरुण कुमार पांडे, अधिशासी अभियंता बेतवा बृजेश कुमार पोरवाल, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने जनपद वासियों से अपील करते हुए कहा कि प्रदेश सहित जनपद में लगातार हो रही बारिश के चलते बांध से पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे नदियां उफान पर हैं, इसे देखते हुए नदी किनारे बसे गांवों के ग्रामीण किसी भी हालत में नदी के बीच टापू पर न जाएं और न ही नदी किनारे किसी प्रकार की गतिविधि करें। जिलाधिकारी ने बताया कि 13 जुलाई की सुबह माताटीला बांध से लगभग 45000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, उन्होंने बताया कि लगातार हो रही बारिश के चलते माताटीला बांध से 90000 से 150000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना है। पानी छोड़े जाने से कई गाँवों के प्रभावित होने की आशंका पर उन्होंने नदी किनारे बसे गाँवों को सतर्क रहने के निर्देश दिए।

उन्होंने नदी किनारे बसे और पानी छोड़े जाने की स्थिति में प्रभावित होने वाले गाँवों में ग्राम प्रधान, ग्राम निगरानी समिति, लेखपाल, सचिव व अन्य सभी को सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सभी लोग पूरी तरह सतर्क रहें और नदी के बढ़ते जलस्तर पर लगातार नज़र रखें तथा लगातार सूचना देते रहें। उन्होंने विभिन्न विभागीय अधिकारियों को मौके पर जाकर निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि नदी किनारे कोई गौशाला है तो वहाँ विशेष सतर्कता बरती जाए।

उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में पशु-जन की हानि नहीं होनी चाहिए। नदी किनारे बसे गाँवों में गोताखोरों व नावों की व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि समय रहते लोगों को दुर्घटनाओं से बचाया जा सके। यदि रिप्रैप पर पानी का बहाव बहुत तेज़ हो तो सड़क पार करने से बचें और दूसरों को भी बचाएँ तथा ऐसे गाँव की सूचना तत्काल मुख्यालय को दें। माताटीला से अब तक 45000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है तथा 90000 क्यूसेक पानी और छोड़े जाने की सम्भावना है। उन्होंने बताया कि माताटीला से छोड़े गए पानी को देखते हुए प्रशासन सुकवां-ढुकवां बांध, पारीछा बांध और पहाड़ी बांध पर नजर रखे हुए है। जिलाधिकारी ने सभी लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि कोई समस्या हो तो तत्काल कलेक्ट्रेट स्थित जन सुविधा केंद्र के कंट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर- 0510-2371199, 2371100 पर सूचित करें।

इस अवसर पर अधिशासी अभियंता बेतवा बृजेश कुमार पोरवाल ने बताया कि जनपद एवं प्रदेश में लगातार हो रही वर्षा के कारण जनपद के लगभग सभी बांध जलभराव से प्रभावित हैं, सुरक्षा की दृष्टि से बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है। अधिशासी अभियंता बेतवा ने बताया कि 13 जुलाई को ढुकुवां बांध से 25888 क्यूसेक, पारीछा बांध से 134500 क्यूसेक, पहुंज बांध से 8000 क्यूसेक, डोंगरी बांध से 5000 क्यूसेक, पहाड़ी बांध से 281410 क्यूसेक, लहचूरा बांध से 288100 क्यूसेक, कुमार बांध से 2053 क्यूसेक तथा पथराई बांध से 3205 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। उन्होंने बताया कि विभागीय अधिकारी सभी बांधों में जल भंडारण पर कड़ी नजर रखे हुए है।

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