मंडल में डिटेंशन सेंटर खोलने की तैयारी शुरू, उच्च अधिकारियों के बीच हुई वार्ता

खबर सार :-
मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद झांसी मंडल में रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों की ज़ोरदार तलाश शुरू हो गई है। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट और पुलिस प्रशासन संदिग्धों की तलाश कर रहा है। झांसी में डिटेंशन सेंटर खोलने की तैयारी भी शुरू हो गई है और जगह की तलाश की जा रही है।

मंडल में डिटेंशन सेंटर खोलने की तैयारी शुरू, उच्च अधिकारियों के बीच हुई वार्ता
खबर विस्तार : -

झांसीः मुख्यमंत्री के सीधे निर्देश के बाद मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे और IG रेंज आकाश कुलहरि ने कई मुद्दों पर चर्चा की। इस मीटिंग के बाद ललितपुर जिला प्रशासन अचानक एक्टिव हो गया और डिटेंशन सेंटर खोलने के ऑप्शन की तलाश तेज़ कर दी। इससे पहले मंडल में संदिग्धों की तलाश के लिए सर्वे किया गया था, लेकिन कोई संदिग्ध नहीं मिला। हालांकि, अब नए सिरे से वेरिफिकेशन और सर्वे शुरू हो गया है। 

डिटेंशन सेंटर में रखे जाएंगे संदिग्ध

सूत्रों का कहना है कि पहचाने गए किसी भी संदिग्ध को डिटेंशन सेंटर में रहने, खाने और टॉयलेट की सुविधा दी जाएगी। मंडल में खुलने वाले एक ही सेंटर में तीनों जिलों के संदिग्धों को रखा जाएगा। माना जा रहा है कि शुरुआत में यहां कम से कम 100 लोगों को रखा जाएगा। इस बीच, सरकार के निर्देश पर नगर निगम ने 600 से ज़्यादा सफाई कर्मचारियों के डॉक्यूमेंट्स वेरिफाई कर लिए हैं। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट नगर निगम में आउटसोर्स कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों की नागरिकता की भी जांच कर रही है। अब तक 610 कर्मचारियों की जांच पूरी हो चुकी है, और इन कर्मचारियों में कोई संदिग्ध नहीं मिला है। 

पुलिस ने तेज की जांच

लोकल इंटेलिजेंस यूनिट ने नगर निगम में तैनात 1,500 से ज़्यादा आउटसोर्स और कॉन्ट्रैक्ट सफाई कर्मचारियों की लिस्ट मांगी है। इसके बाद LIU ने गोपनीय जांच शुरू की है। ज़िला स्तर पर पुलिस भी झुग्गी-झोपड़ियों में सफाई कर्मचारी बनकर रह रहे रोहिंग्या बांग्लादेशियों का पता लगाने के लिए ज़ोरदार अभियान चला रही है। ज़िले के ज़्यादातर बाहरी इलाकों में लोग झुग्गी-झोपड़ियों में रह रहे हैं। शहर में कई जगहों पर भिखारी देखे जाते हैं। पुलिस ने उनके खिलाफ़ जांच तेज़ कर दी है और उनकी झुग्गियों की भी पहचान कर ली गई है। झांसी के सर्राफा बाज़ार में बड़ी संख्या में बंगाल और महाराष्ट्र के कारीगर काम कर रहे हैं, लेकिन पुलिस उन्हें वेरिफाई नहीं कर पाई है। सर्राफा व्यापारियों का कहना है कि बाहर से आने वाले ये कारीगर कम पैसे में अच्छा काम करते हैं, यही वजह है कि कई बाहरी कारीगर सर्राफा बाज़ार में काम कर रहे हैं।

IG झांसी रेंज ने दी जानकारी

 IG आकाश कुलहरि ने बताया कि इनका वेरिफिकेशन भी किया जा रहा है और इस बारे में गाइडलाइन भी जारी कर दी गई हैं। डिविजनल कमिश्नर विमल कुमार दुबे ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर डिविजन में डिटेंशन सेंटर खोलने पर विचार किया जा रहा है। डिटेंशन सेंटर सही जगह पर बनाया जाएगा। यह सेंटर जल्द ही बन जाएगा। तीनों जिलों के संदिग्धों को एक सेंटर में रखा जाएगा। इस बारे में IG झांसी रेंज, आकाश कुलहरि ने बताया कि बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को ढूंढने का काम तेजी से चल रहा है। झांसी, ललितपुर और जालौन में पुलिस प्रशासन और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट की जॉइंट टीम इस काम में लगी हुई है और जगह-जगह तलाशी ली जा रही है।

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