एंटी करप्शन टीम ने मंडी उप निदेशक को रंगे हाथों रिश्वत लेते पकड़ा

खबर सार :-
सरकारी कार्यालयों में आजकल बहुत जबरदस्त रिश्वत की बीमारी फैली हुई है अब कोई भी सरकारी काम अक्सर देखा जा रहा है कि बिना रिश्वत दिए नहीं होता है। ऐसा नहीं है कि रिश्वत पहले नहीं दी जाती थी लेकिन अब यह आलम है कि किसी भी सरकारी विभाग में छोटा से छोटा काम बिना रिश्वत लिए नहीं होता है।

एंटी करप्शन टीम ने मंडी उप निदेशक को रंगे हाथों रिश्वत लेते पकड़ा
खबर विस्तार : -

झांसीः मंडी उपनिदेशक प्रशासन शिवकुमार राघव सोमवार को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए। यह उपनिदेशक झांसी में 14 माह पहले 6 जुलाई 24 को पदस्थ हुए थे। उनके पास मंडल के झांसी ललितपुर जालौन व बांदा की मंडियो की जिम्मेदारी थी पहले वह सचिव के पद पर तैनात थे और पदोन्नति पाकर मंडी के उपनिदेशक बनाए गए। 

मांगी गई थी 65000 की रिश्वत

इन्होंने ग्रेड पे का लाभ लेने के लिए सेवानिवृत्ति लिपिक जो जुलाई माह से विभाग के चक्कर काट रहा था इसका कार्य उपनिदेशक द्वारा नहीं किया जा रहा था जब इसकी फाइल पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और तमाम चक्कर काटने के बाद यह परेशान हो गया तो इसको यह कहा गया कि बिना लिए दिए तुम्हारा काम नहीं हो पाएगा लिपिक की तरफ से जब 65000 में सौदा उपनिदेशक द्वारा तय कर लिया गया जिसमें ₹30000 काम होने के पहले तथा 35000 रुपए काम होने के बाद देने थे। इस उपनिदेशक का इस सेवा निवृत लिपिक से कहना था कि यह पूरा पैसा सभी के बीच बटेगा अकेले में ही नहीं इसे पूरा रख लूंगा। 

एंटी करप्शन टीम ने बनाई रणनीति

इस सेवा निवृत लिपिक ब्रजमोहन ने जब एंटी करप्शन से शिकायत की उसके बाद एंटी करप्शन विभाग ने इस मंडी उपनिदेशक को घेरने की रणनीति बनाई। एंटी करप्शन की टीम ने केमिकल लगे नोट बृजमोहन को दिए और मंडी उपनिदेशक के पास भेज कर मंडी उपनिदेशक को रंगे हाथों पकड़ लिया। सरकारी कार्यालयों में यह गंदगी मंडी विभाग में ही नहीं बल्कि शिक्षा विभाग थानो नगर निगम आदि ज्यादातर विभागों में फैली हुई है।

19 माह में 27 कर्मचारी गिरफ्तार

 इन ज्यादातर विभागों में कोई भी काम बिना रिश्वत दिए नहीं होता है जिससे आम जनता बुरी तरह से परेशान हो चुकी है इन कार्यालयों में पहले भी एंटी करप्शन विभाग कई कर्मचारियों को रंगे हाथों पकड़ चुका है। आंकड़े यह बताते हैं की 19 माह के दौरान लगभग 27 सरकारी कर्मचारी एंटी करप्शन विभाग की कार्यवाही में रंगे हाथ गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें उपनिदेशक लेखपाल दरोगा लिपिक आदि कर्मचारी रंगे हाथों पकड़े जा चुके हैं।

लोगों को किया जा रहा जागरूक

 एंटी करप्शन विभाग के सूत्रों का कहना है की हर विभाग के कर्मचारियों की शिकायत मिलती है। अभी लगभग 30 से ज्यादा शिकायतें लंबित हैं इनमें ज्यादातर वर्दीधारीयों की शिकायतें हैं इन पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायतें हैं। एंटी करप्शन विभाग लोगों को जागरुक भी कर रहा है कि जहां रिश्वत मांगी जा रही है उसकी तुरंत शिकायत करें लेकिन अभी भी जनमानस कुछ डर की वजह से और कुछ जागरूकता ना होने की वजह से शिकायत करने पर आसानी से तैयार नहीं होता है। एंटी करप्शन प्रभारी शादाब खान का कहना है कि अभी भी लोगों में शिकायत करने की जागरूकता नहीं है।

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