लखनऊ जलकल शहर को देगा बेहतर पानी

खबर सार :-
ऐशबाग का प्लांट रोज़ करीब 200 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) पानी साफ करता है, जबकि कठौता का प्लांट रोज़ 80 एमएलडी पानी साफ करता है। इनको तीन खास तरह के आईएसओ सर्टिफिकेट मिले हैं।

लखनऊ जलकल शहर को देगा बेहतर पानी
खबर विस्तार : -

लखनऊ, शहर के लोगों के लिए एक अच्छी खबर आई है। नगर निगम के जलकल विभाग को उनके पानी साफ करने वाले दो बड़े प्लांट्स के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के आईएसओ सर्टिफिकेट मिले हैं। ये सर्टिफिकेट यह दिखाते हैं कि अब शहर के लोग और भी अच्छी गुणवत्ता का पानी पाएंगे। वह भी पूरी सफाई और सुरक्षा के साथ। आईएसओ यानी इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर स्टैंडर्डाइजेशन। यह एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है, जो बताती है कि किसी चीज का काम करने का तरीका कितना अच्छा, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल है। जब किसी संस्था को आईएसओ का सर्टिफिकेट मिलता है, तो इसका मतलब होता है कि वह संस्था दुनिया के तय किए गए अच्छे मानकों पर काम कर रही है। लखनऊ में दो बड़े पानी साफ करने वाले प्लांट हैं। इनमें एक ऐशबाग में और दूसरा कठौता में बना हुआ है।

क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम

यह बताता है कि यहां जो भी काम होता है, वह पूरी गुणवत्ता और ध्यान से किया जाता है। यानी जो पानी लोगों को मिलता है, वह साफ और पीने के लायक होता है।

एनवायरमेंटल मैनेजमेंट सिस्टम

इसका मतलब है कि पानी साफ करने की प्रक्रिया में पर्यावरण का ध्यान रखा जाता है। यानी न तो ज़्यादा कचरा फैलाया जाता है और न ही पानी या हवा को गंदा किया जाता है।

हेल्थ एंड सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम

इस सर्टिफिकेट से साबित होता है कि जो कर्मचारी इन प्लांट्स में काम करते हैं, उनकी सुरक्षा और सेहत का पूरा ख्याल रखा जाता है।

लोगों को होगा फायदा

अधिशासी अभियंता सचिन सिंह यादव ने बताया कि इन सर्टिफिकेट्स से सबसे बड़ा फायदा आम लोगों को होगा। अब उन्हें ऐसा पानी मिलेगा, जो सिर्फ साफ ही नहीं बल्कि मानकों के हिसाब से जांचा-परखा होगा। इससे बीमारियों का खतरा नहीं होगा और भरोसे के साथ पानी पिया जा सकेगा। साथ ही, प्लांट में काम करने वाले कर्मचारियों की भी सुरक्षा पक्की होगी। जलकल विभाग के जीएम कुलदीप सिंह ने बताया कि ये सर्टिफिकेट मिलना उनके लिए गर्व की बात है।

इसका मतलब है कि उनका काम अंतरराष्ट्रीय स्तर का माना गया है। वे आगे भी इसी तरह से काम करते रहेंगे, ताकि शहर के लोगों को सबसे अच्छा पानी मिल सके। महापौर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि आईएसओ सर्टिफिकेट सिर्फ एक कागज़ का टुकड़ा नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि लखनऊ जैसे बड़े शहर में भी अब गुणवत्ता, पर्यावरण और सुरक्षा को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है। इससे आने वाले समय में लखनऊ के लोग और ज़्यादा साफ, सुरक्षित और भरोसेमंद पानी का इस्तेमाल कर सकेंगे। 
 

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