15 साल बाद सजाया जाएगा इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान

खबर सार :-
तीन ऑडिटोरियम ज्यूपिटर, मार्स और मर्करी अत्याधुनिक उपकरणों से हाईटेक किए जाएंगे। इसमें किसी भी तरह के समारोह में लोगों को एक साथ संबोधित करने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाया जाएगा। यहां पूरे काम में 15 करोड़ रूपये की लागत आएगी।

15 साल बाद सजाया जाएगा इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान
खबर विस्तार : -

लखनऊ, विभूति खंड में साल 2008 में बनकर तैयार हुआ इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान वर्ष 2010 से सामुदायिक उपयोग के लिए खोल दिया गया था। 15 साल बाद प्रतिष्ठान में बड़े स्तर पर अपग्रेडेशन का काम शुरू होना है। इसे पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लैस किया जाना है। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर इसका टेंडर किया गया है। काम छह माह में तीन चरणों में पूरा कराया जाएगा। 
लखनऊ का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान जल्द ही नये रूप में नजर आएगा।

एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि विभूति खंड स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान वर्ष 2008 में बनकर तैयार हुआ था। वर्ष 2010 से सामुदायिक उपयोग में इसका संचालन शुरू हुआ। तब से लेकर आज तक इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान शहर में सबसे ज्यादा उपयोग में लिया जाने वाला कन्वेंशन सेंटर है। यहां एक साथ कई आयोजन होते हैं। प्रतिष्ठान में शासकीय समारोह के अलावा कई बड़े शैक्षणिक एवं साहित्य सम्मेलन, सेमिनार, वर्कशॉप, क्लासिकल इवेंट, प्रदर्शिनी और मांगलिक समारोह होते रहते हैं। उन्होंने बताया कि निर्माण से लेकर अब तक प्रतिष्ठान में केवल रंगाई-पुताई, हॉर्टीकल्चर, लाइटिंग आदि कार्य ही कराये गये। इस दौरान ऑडिटोरियरम, हॉल, आर्ट गैलरी, एक्जिबिशन पवेलियन आदि में निखार नहीं लाया गया है।

एयरपोर्ट की तर्ज पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगेगा 

पूरे परिसर का सर्वे कराकर कार्य योजना तैयार करायी गयी है। जिसके अंतर्गत लगभग 1500 लोगों की क्षमता वाले ज्यूपिटर, 600 की क्षमता वाले मार्स व 400 की क्षमता वाले मर्करी ऑडिटोरियम को नये सिरे से अपग्रेड किया जाएगा। इन ऑडिटोरियम में इंटीरियर, इलेक्ट्रिकल, स्टेज लाइट सिस्टम व कर्टेन आदि तैयार कराए जाने हैं। इसके अलावा एयरपोर्ट व इंटरनेशनल बस टर्मिनल की तर्ज पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाये जाएंगे, जिससे ऑडिटोरियम के बाहर गैलरी व पवेलियन में मौजूद लोगों को भी एक साथ संबोधित किया जा सकेगा।  

तीनों ऑडिटोरियम अत्यधिक व्यस्त रहते

यह तीनों ऑडिटोरियम बुकिंग के चलते अत्यधिक व्यस्त रहते हैं। लिहाजा इन तीनों ऑडिटोरियम में अलग-अलग चरणों में काम कराया जाएगा। प्रथम चरण में सबसे बड़े ज्यूपिटर ऑडिटोरियम का फेस अपलिफ्टमेंट व अपग्रेडेशन किया जाएगा। द्वितीय चरण में मार्स और तृतीय चरण में मर्करी हॉल का कायाकल्प कराया जाना है। उपाध्यक्ष ने बताया कि उक्त कार्य छह माह में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे कि बुकिंग प्रभावित न हो और लोग इन ऑडिटोरियम का लाभ और अधिक प्रभावी ढंग से उठा सकें। प्रतिष्ठान में चार ऑडिटोरियम प्लूटो, मर्करी, मार्स व ज्यूपिटर हैं। साथ ही अर्थ ब्लॉक में छोटे हॉल, राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस हॉल, ऑफिस, वीआईपी, वीवीआईपी लाउंज है। इसके अलावा 1500 से लेकर 300 लोगों की क्षमता वाले 04 मैरिज लॉन, बैन्क्वेट हॉल हैं। साथ ही देश एवं राज्य स्तरीय प्रदर्शिनी आयोजित करने के लिए लाइब्रेरी पवेलियन है। इन सभी बहु उपयोगी सभागार एवं लॉन में आने वाले लोगों के वाहनों के लिए पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था है।
 

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