Himachal Weather: हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर जारी है। राज्य में बारिश और बादल फटने से आई तबाही में अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 37 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे है। मौसम विभाग ने रविवार के लिए हिमाचल में रेड अलर्ट जारी किया है। रेड अलर्ट के बीच मंडी में फिर फटा बादल गया। राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश हो रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से रविवार को जारी रेड अलर्ट के बीच आज सुबह से ही राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। मंडी, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि शिमला, सोलन और हमीरपुर समेत 9 जिलों में अगले 24 घंटों के लिए अचानक बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है।
प्रशासन ने इन 9 जिलों चंबा, कुल्लू, कांगड़ा, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन, शिमला, सिरमौर और मंडी के लोगों को बेहद सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की हिदायत दी है। इस बीच, मंडी जिले में एक बार फिर बादल फटने की घटना से दहशत फैल गई। देर रात पधर उपमंडल की टिक्कन पंचायत के सिलबधाणी गांव में बादल फटा, जिससे स्थानीय नाले में बाढ़ आ गई और दो पुलिया बह गईं। गनीमत रही कि इस घटना में जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। डीएसपी पधर देवराज ने आज सुबह इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि प्रशासन की टीम मौके पर नुकसान का आकलन कर रही है।
मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में कांगड़ा जिले के नगरोटा सूरियां में सबसे ज्यादा 102 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा ऊना में 62 मिमी, धर्मशाला में 61 मिमी, कटुआला और घमरौर में 40-40 मिमी, बरठीं में 38, सुजानपुर टीहरा में 36, भराड़ी में 35, नैदून में 30 और मंडी में 21 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने आज के लिए कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि 7 जुलाई के लिए बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि 8 से 10 जुलाई तक प्रदेश में येलो अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है।
लगातार हो रही बारिश से पूरे प्रदेश में जनजीवन अस्त-व्यस्त है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार रविवार सुबह तक प्रदेश में 269 सड़कें, 285 बिजली ट्रांसफार्मर और 278 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। अकेले मंडी जिले में 200 सड़कें, 236 ट्रांसफार्मर और 278 पेयजल योजनाएं ठप हैं। यह जिला इस समय सबसे ज्यादा प्रभावित है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, 20 जून से 5 जुलाई के बीच हिमाचल प्रदेश में बादल फटने, भूस्खलन, अचानक आई बाढ़ और सड़क हादसों में 74 लोगों की मौत हो गई है। 115 लोग घायल हुए हैं, जबकि 37 लोग अभी भी लापता हैं। जिनकी तलाश जारी है। इस दौरान राज्य को 566 करोड़ रुपए से अधिक की जान-माल की हानि हुई है। मंडी जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, जहां 30 जून की रात बादल फटने की 12 घटनाओं में 14 लोगों की जान चली गई और 31 लोग लापता हो गए। कांगड़ा जिले में 13 मौतें हुई हैं, जिनमें से 7 भूस्खलन और 2 बादल फटने से हुई हैं।
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