संस्कृति, आस्था और नैतिक मूल्यों का जीवंत प्रतीक हैं भगवान श्रीराम: हरीश गंगवार

खबर सार :-
भाजपा के जिलाध्यक्ष हरीश गंगवार ने हुरमतनगर में रामलीला का शुभारंभ करते हुए भगवान श्री राम के आदर्शों पर जोर दिया। उन्होंने रामलीला को भारतीय संस्कृति, आस्था और नैतिक मूल्यों का प्रतीक बताया और समाज में इन आदर्शों को अपनाने की अपील की।

संस्कृति, आस्था और नैतिक मूल्यों का जीवंत प्रतीक हैं भगवान श्रीराम: हरीश गंगवार
खबर विस्तार : -

रामपुर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिलाध्यक्ष हरीश गंगवार ने ग्राम हुरमतनगर में आयोजित रामलीला के शुभारंभ के अवसर पर भगवान श्रीराम के आदर्शों को लेकर महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन और उनका चरित्र भारतीय संस्कृति, आस्था और नैतिक मूल्यों का जीवंत प्रतीक हैं। इस प्रकार, समाज के हर वर्ग के लोगों को श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाकर आदर्श समाज की स्थापना करनी चाहिए।

रामलीला के शुभारंभ के मौके पर हरीश गंगवार ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि रामलीला केवल एक नाटक नहीं है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर, आस्था और नैतिक मूल्यों का प्रतीक है। श्रीराम के आदर्श हमें जीवन में सत्य, धर्म और कर्तव्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि रामायण सिर्फ एक कथा नहीं, बल्कि जीवन जीने का एक मार्गदर्शन है, जो हमें मर्यादा, समर्पण और सेवा का पाठ पढ़ाती है।

भाजपा जिलाध्यक्ष ने रामलीला जैसे सांस्कृतिक आयोजनों को समाज में संस्कारों की पुनः स्थापना और युवा पीढ़ी को भारतीय परंपराओं से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने रामलीला समिति के सदस्यों को आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि ऐसे आयोजनों से सामाजिक एकता और सद्भाव को बढ़ावा मिलता है।

कार्यक्रम के दौरान रामलीला मंचन का पहला प्रसंग “राम जन्म” प्रस्तुत किया गया, जिसे दर्शकों ने बहुत सराहा। कार्यक्रम के समापन पर जिलाध्यक्ष ने सभी से श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने की अपील की और समाज में सत्य, मर्यादा और सेवा भाव को बढ़ावा देने की बात कही। इस मौके पर मोहन लाल, थान सिंह सागर, राजेंद्र सागर, अजय बाबू गंगवार, टेकचंद, प्रदीप गंगवार, महेश बाबू, वेदप्रकाश, जसपाल, होरीलाल आदि उपस्थित थे।

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