मुठभेड़ में दबोचे गए अंतरराज्यीय असलहा तस्कर गिरोह के चार सदस्य, भारी मात्रा में हथियार व कारतूस बरामद

खबर सार :-
STF की बड़ी कार्रवाई: अंतरराज्यीय असलहा तस्कर गैंग मुठभेड़ के बाद दबोचा गया, भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद। जानिए कैसे साजिशें रच रहे थे ये शातिर अपराधी...

मुठभेड़ में दबोचे गए अंतरराज्यीय असलहा तस्कर गिरोह के चार सदस्य, भारी मात्रा में हथियार व कारतूस बरामद
खबर विस्तार : -

बागपतः उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक अहम कार्रवाई में अंतरराज्यीय अवैध हथियार तस्करी गिरोह के चार शातिर अपराधियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई बागपत जिले के ग्राम बावली जंगल क्षेत्र में नहर के पास 24 अप्रैल की शाम 4रू24 बजे की गई। गिरफ्तार अपराधियों के कब्जे से भारी मात्रा में असलहा और कारतूस बरामद किए गए हैं, जिसमें 9 पिस्टल/तमंचे और 28 जिंदा कारतूस शामिल हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान अमित कुमार (गुराना रोड, बागपत), सन्नी (महमूदपुर, गाजियाबाद), विनीत पवार (अहेजा, बागपत) और मनीष कसाना उर्फ मनीष पंडित (महमूदपुर, गाजियाबाद) के रूप में हुई है। सन्नी और मनीष कसाना को मुठभेड़ के दौरान गोली लगी और उन्हें उपचार के लिए बड़ौत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बरामद हथियारों में 4 पिस्टल (.32 बोर), 3 तमंचे (.315 बोर), 2 तमंचे (12 बोर), और कुल 28 जिंदा कारतूस (8 - .315 बोर, 5 - 12 बोर, 15 - .32 बोर) शामिल हैं। साथ ही, दो मोटरसाइकिल (जिसमें एक रॉयल एनफील्ड भी है) भी बरामद की गई हैं। इस गिरोह के खिलाफ कार्रवाई मेरठ एसटीएफ फील्ड यूनिट के अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह के निर्देशन में की गई। एसटीएफ की टीम में उप निरीक्षक जयवीर सिंह, उप निरीक्षक अरुण कुमार निगम समेत कुल 10 अधिकारी व जवान शामिल थे। 

अपराधियों ने घिरने के बाद चलाई पुलिस टीम पर गोलियां

प्राप्त खुफिया सूचना के आधार पर एसटीएफ और बड़ौत कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने जब इन अपराधियों को घेरने का प्रयास किया तो उन्होंने जानलेवा फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो अपराधी घायल हुए और बाकी को पकड़ लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि अभियुक्त सन्नी और उसके साथी जीतू उर्फ जितेंद्र ने 22 अक्टूबर 2023 को गाजियाबाद के टीला मोड़ निवासी प्रमोद कसाना उर्फ लालू की हत्या की थी। इस मामले में प्राथमिकी थाना टीला मोड़ में दर्ज है। उल्लेखनीय है कि जीतू पर 1 लाख रूपये का इनाम था और वह 25-26 फरवरी 2025 को एक मुठभेड़ में मारा जा चुका है। इसके अलावा, मनीष कसाना ने 7 जुलाई 2023 को अपने साथी के साथ मिलकर ग्राम संतोषपुर निवासी रतन सिंह की हत्या कर दी थी, जिसकी रिपोर्ट कोतवाली बागपत में दर्ज है।

असलहों की डिलीवरी के दौरान हुई गिरफ्तारी

गिरोह लंबे समय से असलहों की खरीद-फरोख्त में लिप्त था। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे जोगी उर्फ जोगिंद्र निवासी अहेड़ा, बागपत से प्रति तमंचा 3,000 और प्रति पिस्टल 45,000 में खरीदते थे और आगे 5,000 व 55,000 में बेचते थे। गिरफ्तार अपराधी इन असलहों की डिलीवरी देने ही आए थे। एसटीएफ की इस कार्रवाई को प्रदेश में अवैध हथियारों के नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है, जिससे आगामी समय में और खुलासे की उम्मीद जताई जा रही है।

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