Gopal Khemka Murder : गोपाल खेमका हत्याकांड में गैंगस्टर कनेक्शन आया सामने, जांच के लिए SIT गठित

खबर सार :-
Gopal Khemka Murder : डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि गोपाल खेमका हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। पटना पुलिस की एसटीएफ और तकनीकी टीम जांच में जुटी है। पुलिस मुख्यालय से लगातार निगरानी की जा रही है। सूचना मिलने के दस मिनट के अंदर ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई थी।

Gopal Khemka Murder : गोपाल खेमका हत्याकांड में गैंगस्टर कनेक्शन आया सामने, जांच के लिए SIT गठित
खबर विस्तार : -

Gopal Khemka Murder: मशहूर कारोबारी और मगध अस्पताल के मालिक गोपाल खेमका की शुक्रवार को बिहार की राजधानी पटना में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड ने इलाके में सनसनी फैला दी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर ही है। इस बीच पुलिस को जांच में कई अहम सुराग खुले है। पुलिस को शक है कि यह कॉन्ट्रैक्ट किलिंग हो सकती है। 

Gopal Khemka Murder: कुख्यात गैंगस्टर अजय वर्मा से पूछताछ

सूत्रों की माने तो व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या के मामले में पुलिस को शक है कि बेउर जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अजय वर्मा का इस वारदात में हाथ हो सकता है। बताया जा रहा है कि कल जब पुलिस के आला अधिकारियों ने बेउर जेल में छापेमारी की तो वहां अजय वर्मा से भी पूछताछ की गई. पुलिस को शक है कि यह हत्या जमीन विवाद के चलते की गई है। पुलिस इस हत्याकांड को कॉन्ट्रैक्ट किलिंग से जोड़कर जांच कर रही है। इस मामले में गोपाल खेमका के छोटे बेटे गौरव खेमका ने अज्ञात शख्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।

Gopal Khemka Murder केस में SIT टीम गठित

बता दें कि शुक्रवार रात मशहूर बिजनेसमैन गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोपाल खेमका को गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित पनास होटल के पास उस समय गोली मार गई, जब वे अपने अपार्टमेंट में कार से उतर रहे थे। हमलावर पहले से ही घात लगाए बैठे थे और मौका मिलते ही उन्हें गोली मार दी। घटना के बाद परिजन उन्हें अस्पताल ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए न सिर्फ पुलिस और प्रशासन हरकत में आया है, बल्कि राज्य सरकार ने भी इसे चुनौतीपूर्ण मामला मानते हुए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।

हत्या के 36 घंटे बाद पुलिस के हाथ खाली

हालांकि घटना के 36 घंटे बीत जाने के बावजूद मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए पटना पुलिस ने जांच तेज कर दी है। पुलिस को शक है कि हत्या के पीछे जमीन विवाद और पुरानी रंजिश हो सकती है। यह पहली बार नहीं है जब खेमका परिवार को हमला किया गया हो । इससे पहले भी 2019 में गोपाल खेमका के बड़े बेटे गुंजन खेमका की हत्या कर दी गई थी। इस वारदात को वैशाली जिले में अपराधियों ने अंजाम दिया था। अब एक बार फिर खेमका परिवार को निशाना बनाए जाने से राजधानी में सनसनी फैल गई है।
 

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