Prayagraj: यूटयूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर एल्विश यादव को इलाहाबाद हाईकोर्ट से राहत नहीं मिल पाई। उसने रेव पार्टियों में ड्रग्स और सांपों के जहर के इस्तेमाल में दर्ज एफआईआर में पुलिस द्वारा दाखिल चार्जशीट को रद्द करने के लिए न्यायालय में याचिका दायर की थी, जिसे सुनवाई के बाद न्यायमूर्ति सौरभ श्रीवास्तव ने खारिज कर दिया।
एल्विश यादव यूटयूबर पर अप्रैल 2024 में गौतमबुद्ध नगर, नोएडा के थाना सेक्टर-49 में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, आईपीसी एनडीपीएस एक्ट की कई धाराओं में केस दर्ज किया गया था। मामले में पुलिस द्वारा दाखिल 1,200 पन्ने की चार्जशीट में यादव पर गैर-कानूनी रेव पार्टी का आयोजन करने, पार्टी में विदेशियों को बुलाने तथा पार्टी में शामिल लोगों को ड्रग्स के साथ सांपों का जहर सेवन कराने सहित कई गम्भीर आरोप लगाये गये हैं। यादव पर यह भी आरोप है कि उसके द्वारा यूटयूब वीडियो बनाने के लिए जिंदा सांपों और उनके जहर का दुरुपयोग किया गया। पुलिस द्वारा दाखिल आरोप पत्र का संज्ञान लेते हुए न्यायालय द्वारा एल्विश यादव को समन किया गया। न्यायालय के समन आदेश और आरोप पत्र को यादव द्वारा इलाहाबाद उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई।
याची के अधिवक्ता का कहना था कि शिकायतकर्ता वन्य जीव अधिनियम 1972 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कराने के लिए सक्षम व्यक्ति नहीं है और याची से के पास से कोई ड्रग्स, सांप आदि बरामद भी नहीं हुए हैं। यह भी तर्क दिया गया कि याची और अन्य सह अभियुक्तों के बीच किसी प्रकार का संबंध नहीं है। याची के ओर से दिए गए तर्क का विरोध करते हुए अपर महाधिवक्ता मनीष गोयल ने कहा कि जांच में सामने आया है कि एल्विश उन लोगों को सांपों की आपूर्ति की है, जिससे बरामदगी हुई है। न्यायालय ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद एल्विश यादव की याचिका खारिज कर दी। न्यायालय ने माना कि एफआईआर और आरोप पत्र में गवाहों के बयान हैं। ऐसे आरोपों की जांच न्यायालय में की जाएगी। उच्च न्यायालय के इस आदेश के बाद आरोपी एल्विश यादव को अब न्यायालय में आरोपों का सामना करना पड़ेगा।
एल्विश यादव का मामला लगभग डेढ वर्ष पुराना है। अक्टूबर 2023 में भाजपा नेता मेनका गांधी की संस्था पीपुल्स फॉर एनीमल की ओर से नोएडा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि एलिवश यादव जिंदा सांपों के साथ दिल्ली के एनसीआर के फार्म हाउस में वीडियो बनाता है तथा गैर-कानूनी रूप से रेव पार्टियों का आयोजन करके पार्टियों में ड्रग्स के साथ ही सांपों का जहर परोसता है। इस केस में एल्विश यादव के साथ राहुल यादव को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कुल 20 एमएल जहर और 9 कोबरा सांप भी बरामद किए थे।
बरामद सांपों को वन विभाग द्वारा मेडिकल परीक्षण और एफएसएल जांच के लिए भेजा गया था, जिसमें पाया गया कि 5 कोबरा सांपों की विष ग्रंथि निकाल ली गई है। इस गंभीर मामले में पुलिस ने अपनी 1,200 पन्नों की चार्जशीट दायर की है, जिसमें सबूत के तौर 24 गवाही के बयान भी संलग्न किये गये हैं। पुलिस द्वारा अपनी चार्जशीट में दावा किया गया है कि एल्विश यादव का सपेरों से संबंध है तथा उसका नेटवर्क काफी दूर तक फैला हुआ है। उल्लेखनीय है कि एल्विश को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था, जो बाद में जमानत पर छूट गया।
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