वाद निस्तारण में लखनऊ आगे, 284418 मामलों का समाधान निकाला

खबर सार : -
जिला न्यायाधीश द्वारा अधिक से अधिक वाद सुलह समझौते के आधार पर लोक अदालत में निस्तारित किये जाने पर बल दिया गया। न्यायालय द्वारा कुल 20740 वादों का निस्तारण किया गया

खबर विस्तार : -

लखनऊ: राष्ट्रीय लोक अदालत में लगभग 284418 वादों का निस्तारण किया गया। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के तत्वावधान में 10 मई को प्रातः 10 बजे यह आयोजन हुआ था। जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ बबीता रानी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय लोक अदालत शुरू किया गया। रवीन्द्र कुमार दिवेद्वी द्वारा मंच पर उपस्थित जनपद न्यायाधीश एवं सदस्य सचिव उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ एवं कार्यक्रम में उपस्थित समस्त न्यायिक अधिकारी, अधिवक्ता, पराविधिक स्वयं सेवक का स्वागत संबोधन किया गया।

उसके बाद सदस्य सचिव संजय सिंह द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित न्यायिक अधिकारी एवं अधिवक्ता का उत्साह वर्धन किया गया। मीनाक्षी सोनकर अपर जिला जज एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा मंच पर उपस्थित अधिकारी एवं कार्यक्रम में उपस्थित न्यायिक अधिकारी एवं अधिवक्ता, कर्मचारी, पराविधिक स्वयं सेवक, पैनल अधिवक्ता का धन्यवाद किया गया। कार्यक्रम का संचालन रिचा केसरवानी एवं सीमा सिंह न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा किया गया। कार्यक्रम के पश्चात जागरूकता जनसाहस संस्था द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगो को जागरूक किया गया। 

 राष्ट्रीय लोक अदालत के अवसर पर न्यायालय प्रांगण लखनऊ में विनायक ग्रामोद्योग संस्थान के सहायोग से एक वृहद निःशुल्क स्वास्थय शिविर  का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन जनपद न्यायाधीश बबीता रानी द्वारा फीता काटकर किया गया। संस्था द्वारा रंगोली बनायी गयी जो कार्यक्रम में केन्द्र बिन्दु था साथ ही वादकारियों के लिये प्याऊ की सुविधा की गयी। राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन में न्यायालय लखनऊ के विभिन्न न्यायालयों के न्यायिक अधिकारीगण द्वारा विभिन्न वादों का निस्तारण किया गया। जिसमें मोटर दुर्घटना प्रतिकर के 96 वाद,  वैवाहिक 117 वाद,  विविध दीवानी वाद 233 तथा आपराधिक शमनीय 18335 वाद एनआईएक्ट के 1503  वाद, विघुत के 211 वाद एवं 245 अन्य वादों का निस्तारण किया गया। राजस्व  चकबन्दी तथा अन्य के द्वारा राजस्व के 100387 वाद, अन्य विभागों द्वारा 11351  वाद,  बैंक रिकवरी 1667 वाद, मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा 150273 इस प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन में कुल 263678 वादों का निस्तारण किया गया । 
 

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