सीएम योगी ने ऐतिहासिक शख्सियतों और "वोट बैंक की राजनीति" पर कांग्रेस, सपा की आलोचना की

खबर सार :-
सीएम योगी ने करीब 40 करोड़ की लागत से बने महाराजा सुहेलदेव स्मारक का उद्घाटन किया और महाराजा सुहेलदेव की 40 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया।

सीएम योगी ने ऐतिहासिक शख्सियतों और "वोट बैंक की राजनीति" पर कांग्रेस, सपा की आलोचना की
खबर विस्तार : -

लखनऊ/बहराइच: बहराइच में महाराजा सुहेलदेव के विजयोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और अन्य विपक्षी दलों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने सवाल किया कि पिछली सरकारों ने महाराजा सुहेलदेव जैसे ऐतिहासिक शख्सियतों को भव्य स्मारक, मेडिकल कॉलेज या विश्वविद्यालय क्यों नहीं दिए।

उन्होंने अपने सवाल का जवाब खुद ही देते हुए कहा कि ये पार्टियां "वोट बैंक की राजनीति" से प्रेरित हैं और उन्हें डर है कि राष्ट्रीय नायकों को सम्मानित करने से उनकी तुष्टीकरण की नीतियां कमजोर हो जाएंगी। सीएम योगी के मुताबिक, "मुस्लिम वोट बैंक" ने सपा और कांग्रेस को विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ बोलने से रोका।

महाराजा सुहेलदेव स्मारक का उद्घाटन

चित्तौरा ब्लॉक के मसीहाबाद गांव में कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने करीब 40 करोड़ की लागत से बने महाराजा सुहेलदेव स्मारक का उद्घाटन किया और महाराजा सुहेलदेव की 40 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने 1243 करोड़ रुपये की लागत वाली 384 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया तथा "एक पेड़ मां के नाम" पहल के तहत एक पौधा भी लगाया।

आक्रमणकारियों के बजाय राष्ट्रीय नायकों का सम्मान

सीएम योगी ने आगे कहा कि भाजपा ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई तथा प्रधानमंत्री मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की स्थापना की, जबकि समाजवादी पार्टी ने जिन्ना का महिमामंडन किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि जब भाजपा ने महाराजा सुहेलदेव के विजयोत्सव को मनाने की वकालत की, तो सपा और कांग्रेस ने "गाजी मियां की शादी" से संबंधित कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विदेशी आक्रमणकारियों का महिमामंडन बंद होना चाहिए तथा राष्ट्रीय नायकों का सम्मान किया जाना चाहिए। सीएम योगी ने उन लोगों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस वर्ष गाजी के नाम पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को पूरी तरह से बंद कर दिया। उन्होंने महाराजा बलभद्र सिंह को उनकी जयंती पर भी याद किया।

भारतीय वीरों के नाम पर संस्थानों का नामकरण

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि बहराइच मेडिकल कॉलेज का नाम महाराजा सुहेलदेव के नाम पर, अस्पताल का नाम बालार्क ऋषि के नाम पर तथा आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय का नाम भी महाराजा सुहेलदेव के नाम पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि ये कार्य महापुरुषों के प्रति सम्मान की अभिव्यक्ति है। उन्होंने घोषणा की कि बहराइच में मुख्य कार्यक्रम महाराजा सुहेलदेव तथा बालार्क ऋषि के नाम पर होंगे तथा मंडलीय कार्यक्रम किसी विदेशी आक्रांता के नाम पर नहीं, बल्कि मां पाटेश्वरी के नाम पर होगा।

महाराजा सुहेलदेव का पराक्रम
मुख्यमंत्री योगी ने गजनी से विदेशी आक्रांता के विरुद्ध महाराजा सुहेलदेव की रणनीतिक प्रतिभा का ऐतिहासिक वृत्तांत सुनाया, जो भारत को लूटने के लिए तीन लाख की मजबूत सेना के साथ आगे बढ़ा था। महाराजा सुहेलदेव की रणनीति ने मथुरा से बहराइच तक हर कदम पर बाधाएं खड़ी कीं, जिससे बहराइच पहुंचते-पहुंचते आक्रांता की आधी सेना समाप्त हो गई। चित्तौरा में महाराजा सुहेलदेव ने 20-25 हजार वीर योद्धाओं के साथ सालार मसूद के डेढ़ लाख आक्रमणकारियों को निर्णायक रूप से परास्त किया था। सालार मसूद को जीवित पकड़ लिया गया और सीएम योगी के अनुसार उसे ऐसी सजा मिली जिससे इस्लामी मान्यताओं के अनुसार उसका स्थान "जहन्नुम" (नरक) में सुनिश्चित हो गया।

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