मुख्यमंत्री ने जनजातीय गौरव दिवस पर विकास की नयी राहें खोलीं

खबर सार :-
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र में जनजातीय गौरव दिवस पर 432 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सम्मानित किया और जनजातीय समाज के उत्थान के लिए कई घोषणाएं कीं। पर्यटन, शिक्षा, और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी प्रगति की जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने जनजातीय गौरव दिवस पर विकास की नयी राहें खोलीं
खबर विस्तार : -

सोनभद्र: शनिवार को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले के चोपन में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में जनजातीय समाज की सामाजिक और सांस्कृतिक धरोहर को सम्मानित करते हुए 432 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने जबरदस्त स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने पहले रेलवे खेल मैदान में आयोजित विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। यहां उन्होंने जनजातीय संस्कृति से जुड़े मांदर वाद्ययंत्र को भी थाप देकर बजाया। इसके बाद, मुख्यमंत्री ने बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार सम्पन्न कराया और मिशन शक्ति अभियान के तहत पुलिस विभाग को 25 स्कूटी की हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

432 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास

मुख्यमंत्री ने सोनभद्र जिले के विकास के लिए 432 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं की कुल लागत 548 करोड़ रुपये है। इसके साथ ही, जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सम्मानित किया गया और उन्हें स्मृति चिह्न भेंट किए गए। मुख्यमंत्री ने वनाधिकार पट्टों और मुख्यमंत्री आवास योजना के स्वीकृति पत्र भी वितरित किए। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनजातीय समाज को नई पहचान मिली है और उनके गौरव, इतिहास, और अधिकारों को एक नई दिशा दी जा रही है।

जनजातीय समाज के लिए विशेष घोषणाएं मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज के उत्थान के लिए कई बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। इनमें प्रमुख हैं:  एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय में 120 छात्र और 120 छात्राओं को आधुनिक शिक्षा प्रदान की जा रही है। रॉबर्ट्सगंज और नदवा में आश्रम पद्धति विद्यालयों का निर्माण कार्य जारी है। जनजातीय म्यूज़ियम और छात्रावास की स्थापना बलरामपुर में हो चुकी है, और मिर्जापुर मंडल में भी एक म्यूज़ियम जल्द स्थापित किया जाएगा। जनजातीय युवाओं को टूरिस्ट गाइड के रूप में प्रशिक्षित किया गया है, जिससे उन्हें रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं।

पर्यटन और विरासत को नई पहचान

मुख्यमंत्री ने सोनभद्र की पर्यटन क्षमता पर आधारित एक पुस्तिका का विमोचन किया और बताया कि सलखन फॉसिल्स पार्क में पाए गए 140 करोड़ साल पुराने जीवाश्मों के कारण यह स्थल अब विश्व मानचित्र पर उभरकर सामने आ रहा है। इस स्थल को यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा, शिवद्वार, पंचमुखी महादेव, ज्वालामुखी शक्तिपीठ, और मुखा फॉल जैसे स्थलों को भी विकसित किया जा रहा है।

जनकल्याण योजनाओं में उल्लेखनीय प्रगति मुख्यमंत्री ने सोनभद्र में लागू जनकल्याण योजनाओं की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 80,516 ग्रामीण और 11,411 शहरी परिवारों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराए गए हैं। 6.50 लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। उज्ज्वला योजना के तहत 2.5 लाख से अधिक निःशुल्क गैस कनेक्शन वितरित किए गए हैं। कनहर सिंचाई परियोजना से 53,000 से अधिक किसानों को सिंचाई सुविधा मिली है। सोनभद्र जिले को 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिससे हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि राज्य सरकार जनजातीय समाज को शिक्षा, रोजगार, और सम्मान के साथ मूलभूत सुविधाओं से जोड़ने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण, राज्य मंत्री संजीव गोंड, और कई जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे और कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।

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