बिहार हत्याकांड : डायन बताकर एक ही परिवार के पांच लाेगाें की पीट-पीटकर हत्या

खबर सार :-
पूर्णिया डायन हत्या: बिहार के पूर्णिया जिले में अंधविश्वास का भयावह रूप सामने आया है, जहां 'डायन' होने का आरोप लगाकर एक ही परिवार के पांच सदस्यों को भीड़ ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। यह घटना रविवार रात टेटगामा गांव में हुई। पुलिस ने चार शव बरामद कर लिए हैं और आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी है। इस जघन्य वारदात के बाद गांव में दहशत का माहौल है।

बिहार हत्याकांड :  डायन बताकर एक ही परिवार के पांच लाेगाें की पीट-पीटकर हत्या
खबर विस्तार : -

पूर्णियाः बिहार के पूर्णिया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के टेटगामा वार्ड संख्या-10 मेंएक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। न्यूट एजेंसी हिन्दुस्थान समाचार के अनुसार कुछ वहशी और अंधविश्वास में डूबे 50 से ज्यादा लोगों ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। अंधविश्वासी भीड़ ने एक ही परिवार के पांच लोगों को डायन होने का आरोप लगाकर बेरहमी से पीटने के बाद पांचों को पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया गया। बाद में उनके शवों को भी गायब कर दिया गया। इस जघन्य वारदात के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है, और अधिकतर ग्रामीण अपने घर छोड़कर फरार हो गए हैं। पुलिस ने चार शव बरामद कर लिए हैं, जबकि पांचवें की तलाश जारी है।

बिहार हत्याकांड: रात के अंधेरे में बेटे के सामने ही मार डाला परिवार

यह खौफनाक घटना रविवार रात करीब 10 बजे की है। मिली जानकारी के अनुसार लगभग 50 लोगों की भीड़ अचानक बाबूलाल उरांव के घर में घुस गई। उन्होंने उनकी पत्नी सीता देवी पर डायन होने का आरोप लगाया और उन्हें बांस के डंडों से पीटना शुरू कर दिया। बाबूलाल उरांव के बेटे सोनू ने जो आपबीती सुनाई है, वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है। सोनू के अनुसार, उसकी आंखों के सामने ही उसके पूरे परिवार को बुरी तरह पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया। कुछ मीडिया में उन्हें जिंदा जलाने की बात भी की जा रही है। यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि समाज में गहरे जड़े जमाए अंधविश्वास को भी उजागर करती है। 

बिहार हत्याकांड: आरोपियों की तलाश तेज, गांव में भारी पुलिस बल तैनात

घटना की जानकारी मिलते ही पूर्णिया पुलिस अधीक्षक स्वीटी सहरावत तत्काल दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचीं और पूरे मामले की कमान खुद अपने हाथों में ले ली। जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी भी उनके साथ मौजूद थे। एसपी के नेतृत्व में आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की कई टीमें छापेमारी कर रहीं हैं। गांव में किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनाती की गई है।  बरामद किए गए चार शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

मुफस्सिल थानाध्यक्ष उत्तम कुमार के अनुसार मामले में अभी तक तीन लोगों को हिरासत में लेकर सख्त पूछताछ की जा रही है। उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना पुलिस के लिए भी एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि गांव के अधिकांश लोग फरार हैं, जो जांच में बाधा डाल सकते हैं।

अन्य प्रमुख खबरें