लोगों के लिए काल बनी पाइप लाइन योजना, 4 की गई जान

खबर सार :-
चंबल परियोजना के तहत खोदी जा रही पाइप लाइन लोगों के लिए मौत का सबब बन गई। गड्ढे से मिट्टी निकालते समय उसके नीचे दबने से चार लोगों की मौत हो गई। इस घटना से इलाके के लोगों में गुस्सा है। वहीं दो घायलों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

लोगों के लिए काल बनी पाइप लाइन योजना, 4 की गई जान
खबर विस्तार : -

भरतपुरः उच्चैन ब्लॉक के नगला जंगी गांव में पानी की पाइप लाइन  लोगों के लिए जानलेवा बन गई। पाइप लाइन के लिए खोदे जा रहे गड्ढे से पीली मिट्टी लेने गए लोग मलबे में दब गए। मलबे में दबने से उत्तर प्रदेश के गांव उत्तू के चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो घायलों का निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। भरतपुर जिला प्रशासन और आगरा जिला प्रशासन के अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। भरतपुर जिला कलेक्टर ने मृतकों के परिजनों के साथ ही घायलों से बात की। निजी अस्पताल के डॉक्टरों को घायलों को बेहतर उपचार देने के निर्देश दिए गए हैं। 

मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया। जानकारी के अनुसार चंबल की पेयजल पाइप लाइन बिछाने का यह काम चल रहा था, जो कुछ दिनों से बंद था। उच्चैन उपखंड के नगला जंगी गांव के पास इस पाइप लाइन की खुदाई में चिकनी मिट्टी थी, जिससे उत्तर प्रदेश के किरावली के गांव उत्तू के नागरिक घरों में चूल्हे बनाने और आंगन लीपने के लिए मिट्टी ले जा रहे थे। रविवार सुबह करीब साढ़े सात बजे एक दर्जन लोग 10 फीट गहरे गड्ढे में पीली मिट्टी खोद रहे थे। इस दौरान मिट्टी का टीला गिरने से 10 लोग दब गए। गड्ढे के बाहर खड़े लोगों ने घनौली मोड़ थाना पुलिस को सूचना दी। घनौली मोड़ पुलिस ने एसडीआरएफ टीम को सूचना देकर मौके पर बुलाया। 

रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 6 लोगों को बाहर निकाला गया। इन्हें भरतपुर अस्पताल भेजा गया। जहां डॉक्टरों ने चार लोगों को मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान: विजेंद्र पुत्र अंकुर, मुंशीलाल पत्नी विनोद, अमित कुमार पत्नी योगेश और श्रीपद पत्नी बिरला उर्फ ​​विमला देवी। ये सभी एक ही परिवार के हैं जो फतेहपुर सीकरी थाना क्षेत्र के गांव उत्टू के रहने वाले हैं। दो घायलों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। घटना की सूचना मिलने पर भरतपुर जिला कलेक्टर कमर चौधरी और जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छवा आरबीएम अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने चिकित्सकों को घायलों को बेहतर से बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसके बाद वे मृतकों के परिजनों से मिले और उन्हें सांत्वना दी। जिला कलेक्टर ने अन्य घायलों का इलाज करा रहे निजी अस्पताल का भी दौरा किया और उनका हालचाल जाना। इसके बाद जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया।

दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के किरावली उपखंड की एसडीएम नीलम तिवारी भी मौके पर पहुंचीं। इसके बाद वे आरबीएम अस्पताल पहुंचीं और मृतकों के परिजनों और घायलों से बातचीत की। चारों मृतकों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
 

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