जिला अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग में जांच में हो रही हेराफेरी, CMS ने दिए जांच के आदेश

खबर सार : -
अयोध्या के जिला अस्पताल की पैथोलॉजी विभाग से टेस्ट में गड़बड़ी की लगातार शिकायतें आ रही हैं। जिससे मरीजों का इलाज करने में भारी समस्या आ रही हैं। लोगों ने इसकी शिकायत  जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की है। वहीं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके सिन्हा ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं।

खबर विस्तार : -

अयोध्याः जिला अस्पताल में ब्लड टेस्ट के नाम पर मरीजों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। मरीजों को ऐसी जांच रिपोर्ट दी जा रही है कि उन्हें जानलेवा बीमारियों का मरीज घोषित किया जा रहा है। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि ऐसी जांच रिपोर्ट लोगों की जान के लिए खतरा बनी हुई है। 

टेस्ट रिपोर्ट देखकर डर रहे लोग

लेकिन अस्पताल के पैथोलॉजिस्ट आरडीसी द्वारा जारी की गई जांच रिपोर्ट से अनजान हैं। शायद आपको यकीन न हो लेकिन हमारे पास जिला अस्पताल द्वारा जारी की गई ब्लड टेस्ट रिपोर्ट है। इसमें पता चलता है कि जिस व्यक्ति देव मणि शुक्ला को उनकी हीमोग्लोबिन जांच रिपोर्ट दी गई थी, जिन्होंने जांच कराई थी, उनका हीमोग्लोबिन 25.9 है। यह जानकर उन्हें काफी आश्चर्य हुआ। 

आमतौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति का हीमोग्लोबिन 13 से 17 प्वाइंट के बीच होता है। इतना खून किसी बीमारी से ग्रसित मरीज में ही हो सकता है। देव मणि शुक्ला को किसी प्रकार का बुखार नहीं है। उन्हें अमरनाथ तीर्थ स्थल जाना है। जहां उसका ब्लड लेवल 12 प्वाइंट बताया गया। आपको बता दें कि अमरनाथ यात्रा के लिए जिला अस्पताल से मिली जांच रिपोर्ट ही मान्य होती है। इधर, जिला अस्पताल से मिली ब्लड जांच रिपोर्ट उन्हें गंभीर बीमारी का मरीज बता रही है। ऐसे में देव मणि शुक्ला अमरनाथ यात्रा के लिए अपात्र साबित हुए। वहीं, दूसरी ओर उन्हें गंभीर बीमारी होने की चिंता सता रही है। 

बड़ा सवाल यह है कि क्या आरडीसी से हर जांच रिपोर्ट जारी करने से पहले पैथोलॉजिस्ट रिपोर्ट देखकर उसे पास करता है? तो फिर पैथोलॉजिस्ट से पास हुए बिना मरीज को जांच रिपोर्ट कैसे जारी कर दी गई। वैसे यह अकेला मामला नहीं है, आरडीसी से हर दिन करीब 200 से 250 रिपोर्ट जारी होती हैं। पैथोलॉजिस्ट की एक भी रिपोर्ट के बिना लोगों की मौत हो जाती है। पीड़ित देव मणि शुक्ला ने इस घटना की शिकायत जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की है। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक और डीएम से भी शिकायत की है। गलत ब्लड टेस्ट रिपोर्ट देने के मामले में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके सिन्हा ने कमेटी गठित कर जांच के आदेश दिए हैं।

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