भाजपा ने एक बार फिर लोकतंत्र और संविधान की हत्या की : कांग्रेस

खबर सार :-
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि एक तरफ तो प्रदेश की भाजपा सरकार चुनाव कार्यक्रम घोषित कर लोकतंत्र तथा संविधान का पालन करने का ढोंग करती है। दूसरी तरफ चुनाव को ऐनवक्त पर स्थगित करने का षड्यंत्र भी रचती है।

भाजपा ने एक बार फिर लोकतंत्र और संविधान की हत्या की : कांग्रेस
खबर विस्तार : -

श्रीगंगानगर: कांग्रेस ने भाजपा पर एक बार फिर से लोकतंत्र और संविधान की हत्या करने का आरोप लगाया है। जिला प्रमुख के चुनाव को स्थगित करवाने का षड्यंत्र रचने का भी आरोप लगाया है। आज श्रीगंगानगर में जिला प्रमुख के चुनाव की प्रक्रिया के दौरान जोधपुर हाईकोर्ट द्वारा स्थगन आदेश जारी किए जाने के पश्चात जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता में जिलाध्यक्ष अंकुर मगलानी, जिला प्रभारी एवं प्रदेश महासचिव जिया उर रहमान, जिला प्रमुख चुनाव के पर्यवेक्षक रामसिंह कस्वां, उप जिला प्रमुख सुदेश मोर, विधायक डूंगरराम गैदर, रुपिंदरसिंह रूबी, शिमला नायक,एडवोकेट और जिला प्रमुख पद के प्रत्याशी दुलीचंद इंदलिया ने संबोधित किया।

प्रेस वार्ता में कांग्रेस के जिला परिषद के लगभग सभी दो दर्जन से अधिक डायरेक्टर भी उपस्थित रहे। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि राज्य निर्वाचन विभाग द्वारा जारी कार्यक्रम के तहत जिला प्रमुख का चुनाव आज होना था। कांग्रेस मानकर चल रही थी कि इस बार प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा कोई अड़ंगा नहीं लगाया जाएगा। चुनाव निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होंगे। कांग्रेस कार्यक्रम के मुताबिक ही चल रही थी। इसी दौरान आशंका भी हुई की प्रदेश की भाजपा सरकार कोई अड़ंगा लगा सकती है। इस संबंध में कांग्रेस के जिला परिषद के डायरेक्टर ज्ञापन लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को देने गए लेकिन उन्होंने ज्ञापन नहीं लिया।

जिला प्रशासन के अधिकारियों के बार-बार पूछने पर भी नहीं बताया कि जिला परिषद के किसी डायरेक्टर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। आज सुबह जब प्रत्याशी नामांकन पत्र दाखिल कर चुके थे और कुछ देर बाद ही मतदान शुरू होना था, तभी हाईकोर्ट का आदेश आने पर पता चला कि जोन संख्या 22 से भाजपा की डायरेक्टर ममता सहारण ने पिछले दिनों इस्तीफा दे दिया था। इसी को आधार बनाते हुए जोन नंबर 22 के ही किसी शख्स ने हाईकोर्ट में रिट लगा दी। उस पर स्थगन आदेश जारी हो गया।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि एक तरफ तो प्रदेश की भाजपा सरकार चुनाव कार्यक्रम घोषित कर लोकतंत्र तथा संविधान का पालन करने का ढोंग करती है। दूसरी तरफ चुनाव को ऐनवक्त पर स्थगित करने का षड्यंत्र भी रचती है। जिला परिषद में भाजपा के सिर्फ पांच ही डायरेक्टर हैं। कुल 31 में से 24 डायरेक्टर कांग्रेस के और दो माकपा के हैं। माकपा का कांग्रेस को समर्थन प्राप्त है। लिहाजा 31 में से 26 कांग्रेस के पक्ष में हैं। इनमें से एक डायरेक्टर ममता के इस्तीफा दे देने से एक जोन रिक्त हो गया। इसलिए हाईकोर्ट ने स्थगन आदेश जारी कर दिया।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा ने पहले कांग्रेस के डायरेक्टर को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन सभी कांग्रेसी डायरेक्टर एक जुट रहे। उन्हें तोड़ने में कामयाबी नहीं मिली तो भाजपा ने अपनी ही एक डायरेक्टर का इस्तीफा दिला दिया। इस डायरेक्टर का बैक डेट में इस्तीफा लिया गया। जिला प्रमुख चुनाव की प्रक्रिया के चलते उसका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया ।   कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इससे पहले भी भाजपा सरकार ने दो बार जिला प्रमुख के चुनाव को स्थगित किया है। पिछले वर्ष जून महीने में जोन संख्या 15 और 16 के डायरेक्टर पद रिक्त थे। इनमें से 15 नंबर जोन का ही उपचुनाव करवाया गया। 16 नंबर जोन रिक्त होने का आधार बनाकर जिला प्रमुख का चुनाव 6 महीने के लिए स्थगित कर दिया।

जोन नंबर 16 के उप चुनाव के लिए परसों रविवार को मतदान करवाया गया। कल सोमवार को परिणाम घोषित किया गया। लेकिन 22 नंबर जोन की डायरेक्टर ममता सहारण का इस्तीफा दिलवा दिया गया, ताकि जिला परिषद भाजपा के ही कब्जे में रहे। भाजपा ने एक फिर लोकतंत्र तथा संविधान की हत्या करते हुए आज चुनाव को स्थगित करवा दिया। भाजपा बेनकाब हो गई कि उसका देश के संविधान और लोकतंत्र के प्रति कोई विश्वास नहीं है। प्रदेश में भाजपा सरकार पहले भी स्थानीय निकाय और पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव किसी न किसी बहाने से टालती रही है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इसका जवाब भाजपा को चुनाव में ही जनता देगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और संविधान न मानने वाली भाजपा का कांग्रेस द्वारा हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।

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