AAP Protest on POK Ceasefire : पीओके वापस लो, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारों के साथ आप का केंद्र सरकार पर हमला, लखनऊ में कार्यकर्ता गिरफ्तार

खबर सार :-
AAP Protest on POK Ceasefire : AAP ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि उसने अमेरिका के दबाव में युद्ध विराम कराकर भारतीय सेना को रोक दिया और POK को वापस लेने का मौका गंवा दिया। लखनऊ समेत पूरे यूपी में आप कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।

खबर विस्तार : -

AAP Protest on POK Ceasefire : ऑपरेशन सिंदूर के बहाने पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को वापस लेने के अवसर को अमेरिका के दबाव के आगे गंवाने और युद्ध विराम लागू करने को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ पूरे उत्तर प्रदेश में जोरदार प्रदर्शन किया। विरोध-प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तान मुर्दाबाद और पीओके वापस लो जैसे नारों से राजधानी की सड़के गूंज उठी। आप के इस प्रदर्शन को देखते हुए एतिहातन राजधानी पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
आप के तेजरर्रार नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह की सहमति से इस प्रदर्शन को अंजाम दिया गया। पुलिस ने पूरी तैयारी कर रखी थी कि आप के इस प्रदर्शन को सफल नहीं होने देंगे। इसलिए लखनऊ के निशातगंज में आयोजित प्रदर्शन से पहले ही जिला अध्यक्ष इरम रिजवी को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया। इसके अलावा प्रदर्शन को विफल करने के लिए कई आप कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम स्थल तक पहुँचने से पहले ही रोक लिया गया। पुलिस की इतनी मशक्कत के बाद भी कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुँचकर नारेबाजी की और केंद्र सरकार के फैसले पर नाराज़गी जताई।

भारतीय सेना को रोका गया, पीओके लेने का मौका गवांया गया: आप

आप नेता दिनेश पटेल ने कहा कि जब भारतीय सेना अपने पराक्रम को दिखाते हुए आतंकवादियों के ठिकानों को धूल में मिला रही थी तभी पीएम मोदी ने अमेरिका के दबाव में युद्ध विराम लागू करवा दिया। पटेल ने कहा कि मोदी सरकार के इस कदम से पीओके को पुनः प्राप्त करने का ऐतिहासिक अवसर हाथ से निकल गया। इन सब के अलावा उन्होंने मोदी से सवाल भी पूछा कि आखिर पहलगाम हमले के बाद देश की बेटियों के सिंदूर उजाड़ने वालों को कब मिट्टी में मिलाया जाएगा?

उन्होंने मोदी सरकार पर अमेरिका को खुश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अचानक ही युद्ध विराम की घोषणा से देश में निराशा फैल गई। उन्होंने आगे सोफिया कुरैशी का नाम लिए बगैर कहा कि भाजपा के कई नेता भारतीय सेना का अपमान कर रहे हैं और प्रधानमंत्री मौन साधे हुए हैं। उन्होंने मांग की कि ऐसे नेताओं पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए।

महिला जिला अध्यक्ष को पुलिस ने घर में किया नजरबंद

प्रदर्शन को लेकर पुलिस की सख्ती भी चर्चा में रही। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जिला अध्यक्ष इरम रिजवी की तस्वीर साझा करते हुए लिखा।
“इरम रिजवी के हाथ में पोस्टर है, भारतीय सेना जिंदाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद, पीओके वापस लो। लेकिन यूपी पुलिस एक महिला नेता को ही घर में घुसकर पकड़ रही है। क्या ये योगी आदित्यनाथ की इजाजत से हो रहा है?”

इस विरोध प्रदर्शन में प्रदेश के पूर्व महासचिव दिनेश पटेल, प्रखर श्रीवास्तव (अधिवक्ता विंग), जनक प्रसाद (तिरंगा शाखा), रानी कुमारी, ज्ञान सिंह कुशवाह, बलराम साहनी, संजय मौर्या, धीरज शर्मा समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में पीओके को भारत में मिलाने और सरकार की कमजोरी पर जवाबदेही तय करने की मांग की।
 

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