रेलवे आधुनिकीकरण को लेकर शानदार प्रगति कर रहा भारत: अश्विनी वैष्णव

खबर सार :-
भारत रेलवे आधुनिकीकरण में तेज़ी से प्रगति कर रहा है। पिछले 11 वर्षों में ट्रैक निर्माण, इलेक्ट्रिफिकेशन और कोच निर्माण में ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल हुई हैं। बुलेट ट्रेन परियोजना और वंदे भारत सेवाएं आधुनिक भारत की नई पहचान बन रही हैं। आईआरईई प्रदर्शनी में नई तकनीक और उपकरणों पर ज़ोर दिया गया, जिससे भारत रेलवे उपकरण निर्माण व निर्यात में वैश्विक नेता बनने की दिशा में अग्रसर है।

रेलवे आधुनिकीकरण को लेकर शानदार प्रगति कर रहा भारत: अश्विनी वैष्णव
खबर विस्तार : -

नई दिल्लीः केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे आधुनिकीकरण को लेकर भारत की शानदार प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पिछले 11 वर्षों के परिणाम अब स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। नई दिल्ली में 16 वें इंटरनेशनल रेलवे इक्विप्मेंट एग्जीबिशन (आईआरईई) में केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में 35,000 किलोमीटर नए रेलवे ट्रैक बनाए गए हैं और 46,000 किलोमीटर रेलवे ट्रैक को इलेक्ट्रिफाइ किया गया है। साथ ही, 40,000 नए कोच मैन्युफैक्चर किए गए हैं।

तेज गति से हो रहा बुलेट ट्रेन के निर्माण का कार्य

केंद्रीय पहली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर कहा कि बुलेट ट्रेन के निर्माण का कार्य बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और 325 किलोमीटर तक का काम पहले ही पूरा हो चुका है। वे हाल ही में सूरत और बिलिमोरा स्टेशनों के दौरे पर थे, जो 2027 में खुलने वाले पहले सेक्शन का हिस्सा होंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज हमारे पास 156 वंदे भारत सेवाएं, 30 अमृत भारत सेवाएं और 4 नमो भारत सेवाएं हैं, जो सभी देश भर में बेहद लोकप्रिय हो गई हैं।  अपने भाषण के दौरान केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने आईआरईई के आयोजन के लिए भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की सराहना की और उपकरण निर्माताओं और रेलवे संगठनों की भागीदारी को भी सराहा। इस कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सीआईआई भारतीय रेलवे उपकरण प्रदर्शनी का आयोजन कर रहा है और यह बहुत ही महत्वपूर्ण प्रदर्शनी है। लगभग 15 देशों के सभी उपकरण निर्माता और बड़ी संख्या में एमएसएमई कार्यक्रम में मौजूद हैं।

आवश्यक नई तकनीक पर पुनर्विचार

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह वह समय है जब हमें अपने उपकरणों की गुणवत्ता, रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए आवश्यक नई तकनीकों और उन सभी बिंदुओं पर पुनर्विचार करना होगा, जिन पर हमने प्रदर्शनी में चर्चा की है। हमारे देश के लिए आवश्यक कई नए उपकरण आज भारत में निर्मित होते हैं। भारत रेलवे उपकरणों का निर्माण, डिजाइन और निर्यात करने वाले देश के रूप में उभर रहा है, इसलिए यह प्रदर्शनी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हमने टीम के साथ आने वाले 3 से 4 वर्षों के कुछ प्रमुख अगले लक्ष्यों पर भी चर्चा की है और पूरा उद्योग आज प्रधानमंत्री द्वारा रेलवे के आधुनिकीकरण और रेलवे कवरेज के विस्तार पर ध्यान केंद्रित करने से उत्साहित है।

 

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